ज्ञान भंडार
Live मौत देखने के लिए कमरे में लगाया कैमरा,
लुधियाना.जुर्म कितनी भी चालाकी से किया जाए, लेकिन आरोपी कोई-न-कोई सुराग छोड़ ही देता है। ऐसा ही सुराग लुधियाना की रहने वाली रिद्धिमा की मौत के मामले में आरोपी ने छोड़ दिया। मौत से पहले कमरे मेें होने वाली हर बात की जानकारी लेने के लिए रिद्धिमा के कमरे में कैमरा फिट करने गया आरोपी खुद ही कैमरे में कैद हो गया। जानें क्या मिला कैमरे की रिकॉर्डिग में…
– बता दें कि रिद्धिमा की मौत 10 सितंबर को हुई थी। कमरे में उसकी लाश और सुसाइड नोट बरामद हुआ था।
– मामले की जांच में जुटी एसीपी रुपिंदर कौर ने जांच के दौरान रिद्धिमा के कमरे से एक कैमरा बरामद किया।
– कैमरे से मिली फुटेज से आरोपी की फोटो मिलने पर उसकी पहचान वरुण के रूप में की है।
– रिद्धिमा की फैमिली का आरोप है कि पुलिस पॉलिटिकल दबाव के चलते आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर रही है, जबकि मामले का मुख्य आरोपी पंकज भी विदेश भाग चुका है।
कैमरे में मिली 30 मिनट की रिकॉर्डिंग
– पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी युवक ने रिद्धिमा के कमरे के एलसीडी के ठीक नीचे कैमरा फिट किया था।
– पुलिस को इस कैमरे में 30 मिनट की रिकॉर्डिंग मिली है। जिसमें कैमरा फिट करते हुए आरोपी लड़का दिखाई दे रहा है।
– साथ ही युवक रिद्धिमा के बेड पर लेटकर अपने मोबाइल से किसी से बात करते हुए हाथ हिलाकर किसी को सिग्नल दे रहा है।
– इसके बाद रिद्धिमा कमरे में आती है तो आरोपी वहां से चला जाता है। लेकिन, कुछ देर बाद फिर दोबारा आता है।
– रिद्धिमा भी कमरे से सामान लेकर आती-जाती दिखाई दे रही है।
– रिकॉर्डिग में पुलिस को युवक की बातें भी सुनाई दे रही हैं। जिसमें वह अगले दिन शहर छोड़ कर भागने की बात कह रहा है।
कैमरा फिट करने की प्लानिंग को लेकर जांच में जुटी पुलिस
– पुलिस युवक द्वारा कमरे में कैमरा फिट करने की प्लानिंग को लेकर जांच में जुटी हुई है।
– पुलिस जानना चाहती है कि आखिर युवक ने रिद्धिमा के कमरे में कैमरा क्यों फिट किया और जिस समय वह कैमरा फिट कर रहा था तो पंकज और रिद्धिमा कहां थे? युवक ने केवल 30 मिनट की ही रिकॉर्डिंग क्यों की ?
गायब है रिद्धिमा का मोबाइल
– रिद्धिमा के पिता अनिल महाजन ने बताया कि पुलिस ने अभी तक रिद्धिमा की मौत के बाद से गायब उसका एक दूसरा मोबाइल भी बरामद नहीं किया है।
– उसके अलावा पुलिस ने रिद्धिमा का जो फोन बरामद किया था, अभी तक उसकी काॅल डिटेल के मुताबिक कोई कार्रवाई भी नहीं की है। इंवेस्टीगेशन के नाम पर मामले को लटकाया जा रहा है।