पर्यटन स्थलों पर स्थानीय समुदाय ने थामी सुरक्षा की डोर: प्रमुख सचिव शुक्ला
भोपाल : प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने कहा है कि रक्षा बंधन पर्व की जड़ें हमारी संस्कृति से बहुत ही गहराई के साथ जुड़ी हुई हैं। यह पर्व सात्विक भावनाओं का बंधन है जो भाई को सिर्फ अपनी बहन की नहीं बल्कि दुनिया की हर लड़की की रक्षा करने हेतु प्रतिबद्ध करता है। इसी भाव के साथ 10 अगस्त से 25 अगस्त तक इस रक्षाबंधन संकल्प सुरक्षित पर्यटन का अभियान चलाया गया। स्थानीय समुदायों की भागीदारी के साथ अभियान सफल हुआ है।
प्रमुख सचिव शुक्ला ने बताया कि सभी 52 जिलों में रक्षा संकल्प, कजलिया/भुजरिया पर्व, सावन के झूले, एमपीटी के होटल्स और पर्यटन स्थलों में पर्यटकों को रक्षा-सूत्र बांधना, ऑटो टैक्सी ड्राइवर्स के माध्यम से पर्यटक यात्रियों को सुरक्षा वचन एवं रक्षा-सूत्र के बंधन से सुरक्षा बोध बढ़ाना, सोशल मीडिया पर जागरूकता अभियान, रेडियो कैंपेन और सेफ्टी टॉक जैसी रचनात्मक गतिविधियों से सुरक्षित पर्यटन संबंधी जागरूकता जगाई गई।
केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, की निर्भया कोष से संचालित इस परियोजना को यू.एन. वुमन ने तकनीकि सहयोग प्रदान किया। इस 15 दिवसीय अभियान में जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद, पुलिस और वन विभाग के साथ ऑटो रिक्शा यूनियन, गाईड यूनियन, होटल एसोसिशन्स, विभिन्न पर्यटन उद्यमियों, समुदायों एवं प्रदेश की परियोजना सहयोगी संस्थाओं ने भाग लिया।
मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन योजना संचालित कर रहा है, जिसका उद्देश्य प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर आने वाली महिला पर्यटकों में सुरक्षा और सहजता का भाव जगाना है। सभी महिला पर्यटक, पर्यटन के दौरान बिना किसी असुरक्षा के भाव से आनंद की अनुभूति के साथ भ्रमण कर सके। इसके लिए सामुदायिक जागरूकता और संवेदनशीलता जगाने के लिए रक्षाबंधन के दौरान “संकल्प सुरक्षित पर्यटन का” अभियान चलाया गया। ताकि भारतीय संस्कृति की विविधता और पर्वों के सही अर्थ से पर्यटन उद्यम से जुड़े शासकीय एवं सामुदायिक सेवा प्रदाताओं की संचेतना को प्रेरित किया जा सके। इस तरह की गतिविधियाँ समुदाय पर्यटन उद्यमियों के सहयोग से टूरिज्म बोर्ड द्वारा आगे भी जारी रहेंगी।