अमित शाह ने विपक्ष से की मणिपुर पर चर्चा होने देने की अपील, लोक सभा मंगलवार तक स्थगित
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोक सभा में विपक्षी दलों से मणिपुर पर चर्चा होने देने की अपील करते हुए कहा कि सरकार मणिपुर पर सदन में चर्चा के लिए तैयार है और वे विपक्ष से अनुरोध करते हैं कि इस मुद्दे पर सदन में चर्चा होने दें।
सोमवार को दोपहर बाद 2:30 बजे लोक सभा की कार्यवाही चौथी बार शुरू होते ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में खड़े होकर कहा कि वे इस पर सदन में चर्चा के लिए तैयार हैं। वह विपक्ष से अनुरोध करते हैं कि इस मुद्दे पर चर्चा होने दें। शाह ने इसे महत्वपूर्ण मामला बताते हुए कहा कि उन्हें पता नहीं है कि विपक्ष मणिपुर पर चर्चा क्यों नहीं चाहता है।
शाह ने विपक्षी दलों से मणिपुर पर सदन में चर्चा होने देने का आग्रह करते हुए कहा कि चर्चा होनी चाहिए और देश को इस संवेदनशील मामले की सच्चाई पता चलनी चाहिए। लेकिन, विपक्ष मणिपुर के मामले में प्रधानमंत्री के बयान की मांग पर अड़ा रहा और लगातार हंगामा-नारेबाजी भी करता रहा।
लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसदीय परंपरा का हवाला देते हुए कहा कि इस तरह के मामले में नोडल मिनिस्ट्री, जो कि गृह मंत्रालय है, वही जवाब देता है और विपक्ष नई परंपरा (प्रधानमंत्री के बयान की मांग कर) स्थापित करना चाहता है, जो उचित नहीं है।
लेकिन, अमित शाह के आग्रह और ओम बिरला की अपील के बावजूद सदन में हंगामा और नारेबाजी जारी रही। जिसे देखते हुए बिरला ने सदन की कार्यवाही को मंगलवार 25 जुलाई सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
राज्यसभा में सोमवार को भी मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर जबरदस्त हंगामा हुआ। इस दौरान आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को राज्यसभा से सस्पेंड कर दिया गया। संजय सिंह को शेष बचे पूरे मानसून सत्र के लिए राज्यसभा से सस्पेंड किया गया है।
दरअसल राज्यसभा में विपक्ष के अधिकांश सांसद मणिपुर हिंसा पर विस्तार से चर्चा कराने की मांग कर रहे थे। विपक्ष का कहना है कि प्रश्नकाल समेत राज्यसभा की सारी कार्रवाई को रद्द करते हुए सर्वप्रथम मणिपुर हिंसा पर विस्तार से चर्चा की जाए।