आरोन के सहायक नेत्र चिकित्सक पर लोकायुक्त छापा, भोपाल गुना में चार मकान
भोपाल: गुना जिले के आरोन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ सहायक नेत्र चिकित्सक केपी रघुवंशी के तीन ठिकानों पर लोकायुक्त पुलिस ने आज सुबह छापा मारा। छापे में करोड़ों की प्रॉपर्टी उनके पास होने का खुलासा हुआ है। आय से अधिक संपत्ति की पुष्टि होने के बाद लोकायुक्त ग्वालियर एसपी रामेश्वर यादव ने छापा डालने के निर्देश दिए थे। टीम ने एक साथ गुना के साथ ही डॉ. रघुवंशी के आरोन और घटावदा के मकान पर छापा मारा।
छापे में इन तीनों स्थानों पर मकान होने के साथ ही भोपाल की पॉश कॉलोनी में भी एक मकान के दस्तावेज मिले हैं। भोपाल के मकान में किरायेदार रहते हैं। वहीं करीब एक दर्जन जमीनों के दस्तावेज, दो कार, दो मोटर साइकिल, एक ट्रैक्टर और एक जेसीबी मशीन भी मिली है। नकदी और जेवर भी उनके यहां से मिले हैं। छापे के बाद जमीनों के दस्तावेजों की पड़ताल की जाएगी कि यह दस्तावेज उनके और उनके परिजनों के नाम से हैं या किसी अन्य के नाम से हैं।
इधर, रीवा में जवा जनपद के सीईओ रिश्वत लेते अरेस्ट
रीवा लोकायुक्त पुलिस ने रीवा जिले की जनपद पंचायत जवा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अरुण कुमार भारद्वाज को दस हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी ने यह राशि रौली ग्राम पंचायत के सरपंच से ली थी। एसपी गोपाल सिंह धाकड़ को इस संबंध में सरपंच रेवा प्रसाद द्विवेदी ने की थी।आरोपी मनरेगा के भुगतान के लिए भारद्वाज रिश्वत मांग रहे हैं।
काली कमाई करने वाले निजी अस्पताल भी कानून की रडार पर
आंखों के निजी अस्पतालों में भी करप्शन का बड़ा खेल चल रहा है। भोपाल के कुछ अस्पताल इसे लेकर एजेंसियों की रडार पर हैं। सबसे अधिक शिकायतें भोपाल स्थित एएसजी आई हॉस्पिटल को लेकर सामने आ रही हैं। कई मरीजों ने बताया है कि आंखों की जांच के नाम पर एएसजी हॉस्पिटल में हजारों रुपए की वसूली की जा रही है और इसका बिल भी नहीं बनाया जाता। इस संबंध में अस्पताल के संचालक डॉ. गणेश के खिलाफ कई मरीजों ने शिकायत दर्ज कराई है।