हाल ही में जम्मू-कश्मीर में हुई आतंकी घटनाओं में मारे गए गैर कश्मीरी लोगों की हत्या से वहां रहने वाले खौफ के साये में रहने को विवश हैं। जम्मू में हालत थोड़े सामान्य जरूर हैं, लेकिन कश्मीर की हालत ठीक नहीं है। अभी वहां नहीं लौटेंगे। यह कहना है सीवान के रहने वाले मो मसीद रहमान का। कश्मीर में मिस्त्री का काम करने वाले मसीद जम्मू से नई दिल्ली पहुंचने के बाद वहां से पटना पहुंचे थे। हिंदुस्तान की खबर के मुताबिक, मसीद ने बताया कि कश्मीर में जो कुछ हुआ, वह बहुत गलत हुआ। अब आगे ऐसा किसी भी गैर कश्मीरी के साथ नहीं होना चाहिए। उन्होंने बताया कि मिस्त्री का काम और सेब बगान में काम करने वाले लोगों से भला कौन-सी दुश्मनी आतंकी निकाल रहे हैं।
नालंदा निवासी बंटी ने बताया कि पिछले छह वर्ष से जम्मू में काम कर रहे थे। लेकिन अब डर की वजह से अपने गांव जा रहे हैं। अब गांव में ही कमाएंगे खाएंगे।
आम नागरिकों को टारगेट करके मारने के सवाल पर वहां से आए सूरज कुमार ने बताया कि वहां हमें लोकल सपोर्ट नहीं मिला। बताया कि काम करने के बाद सीधे खाना खाकर हम लोगों को घर में बंद होना पड़ रहा है। सूर्यास्त से पहले ही घरों में ताले लग रहे हैं। आखिर, अपने देश में ही ऐसी विवशता नागरिक क्यों बर्दाश्त करेंगे?
वहीं, ट्रेन की बोगी संख्या एस आठ से आ रहे सुबोध सिंह ने बताया कि वह जम्मू के एक निजी फर्म में काम करके अपना जीवन यापन कर रहे थे। कहा कि सरकार की ओर से लोगों के जान की रखवाली की व्यवस्था समय की मांग है। जम्मू से दिल्ली लौटे यात्रियों ने बताया कि कश्मीर के हालात ऐसे हो गए हैं कि वहां रहने में डर लगने लगा है। कश्मीर के सेब लोडिंग के काम से जुड़े अरमान ने बताया कि उन्हें छठ के समय में बिहार आना था, लेकिन स्थिति असामान्य होने की वजह से आना पड़ गया। कहा कि पहले जान है तो जहान है। जिंदगी रहने के बाद तो आदमी कहीं भी कमा खा लेगा।
जम्मू कश्मीर में लक्षित हमलों के कारण वहां से काफी संख्या में लोगों का पलायन शुरू हो चुका है। स्थिति यह है कि वहां से आने वाली ट्रेनों में भी लंबी वेटिंग चल रही है। जम्मूतवी से बक्सर, आरा, पटना, मोकामा, किउल के रास्ते हावड़ा जाने वाली 02332 जम्मूतवी हावड़ा फेस्टिवल स्पेशल में अभी से नवंबर के पहले हफ्ते तक टिकट उपलब्घ नहीं है। इस ट्रेन में 21 अक्टूबर को 318 वेटिंग, 24 अक्टूबर को 236 वेटिंग, 25 अक्टूबर को 252 वेटिंग, 28 अक्टूबर को 257 वेटिंग, 31 अक्टूबर को 281 वेटिंग और एक नवंबर को 308 वेटिंग है। इसी तरह जम्मूतवी से हफ्ते में दो दिन पटना आने वाली 02356 जम्मूतवी पटना फेस्टिवल स्पेशल भी फुल है। इस ट्रेन में आज यानी 20 अक्टूबर को 271 वेटिंग है। 24 अक्टूबर को 225 वेटिंग, 27 को 188 वेटिंग, 31 को 233 वेटिंग, तीन नवंबर को 223 वेटिंग और सात नवंबर को 150 वेटिंग है। दोनों ट्रेनों में वेटिंग की यह सूची शयनयान श्रेणी की है। बाकी श्रेणी में भी सीटें उपलब्घ नहीं है।