नई दिल्ली : दक्षिण अंडमान सागर और उससे सटे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया है। इससे लगे क्षेत्रों में अगले दो-तीन दिन तेज हवा चलने और बारिश की संभावना जताई गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया दक्षिण अंडमान सागर और उसके आसपास चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बन गया है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी पर कम दबाव में तब्दील हो गया है।
विभाग के अधिकारियों के अनुसार अंडमान एवं निकोबार में चक्रवाती तूफान का खतरा मंडरा रहा है। आज 30 नवंबर तक संभावित तूफान से प्रभावित समुद्री तटवर्ती इलाकों के अलावा देश के अन्य भागों में भी मौसम बदल सकता है। इससे अगले दो दिन कई क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा मौसम विज्ञान विभाग ने ताजा पश्चिमी विक्षोभ के चलते उत्तर पूर्व क्षेत्रों के मौसम में भी बदलाव की संभावना जताई है। अगले 48 घंटों में हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश होने की संभावना जताई गई है। इसके साथ मध्यप्रदेश, विदर्भ में भी अगले दो दिनों तक बारिश हो सकती है।
अंडमान सागर में बने निम्न दवाब के चलते इससे सटे हुए राज्यों में अगले पांच दिनों तक बारिश होने की संभावना है। अगले पांच दिनों तक तमिलनाडु, केरल, पुदुचेरी, कराईकल, माहे में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। अंडमान एवं निकोबार में 40-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के साथ भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इसलिए इन इलाकों में मछुआरों के लिए चेतावनी जारी की गई है। मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 1 जनवरी तक समुद्र में न जाएं और अगर चले गए हैं तो वे 30 नवंबर तक वापस आ जाएं।