इंस्पायर अवार्ड मानक के पंजीकरण में लखनऊ पिछड़ा, 24 स्कूलों से मात्र 69 पंजीकरण
लखनऊ: कक्षा छ: से कक्षा दस तक के स्कूली बच्चों में वैज्ञानिक अभिरूचि और सोच उत्पन्न करने के उद्देश्य प्रतिवर्ष इन्स्पायर एवार्ड मानक प्रतियोगिता आ आयोजन किया जाता है। जिसमें पूरे प्रदेश के स्कूलों के बच्चे प्रतिभाग करते है। जिसका ऑनलाइन पंजीकरण एक जून से होना था परन्तु दो माह बीत जाने के बाद भी 46 जिलों से एक भी पंजीकरण नहीं हुआ।
गत वर्ष की तुलना में इंस्पायर अवार्ड मानक 2020-21 के पंजीकरण में लखनऊ काफी पिछड़ा है। लखनऊ मंडल में उन्नाव और लखीमपुर खीरी में पंजीकरण शून्य रहे लखनऊ के 24 स्कूलों से मात्र 69 पंजीकरण हुये, सीतापुर के 3 विद्यालयों से 11, हरदोई के 47 स्कूलों से कुल 199 पंजीकरण हुये। पूरे प्रदेश में सबसे अधिक रायबरेली के 69 स्कूलों से 205 पंजीकरण इन्स्पायर एवार्ड के लिये हुये।
प्रतिभागी को मोडल बनाने के लिए मिलते हैं 10000 रुपये
इस प्रतियोगिता में जिला स्तर पर चुने गये प्रतिभागी को उसके बैंक खाते में दस हजार रूपये मॉडल को बनाने के लिये दिये जाते है। साथ ही राज्य स्तर और राष्ट्र स्तर तक प्रतिभाग करने का मौका मिलता है। मण्डलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि अभी तक राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता की तिथि 30 सितम्बर तय की गयी थी। जो कि कोविड के चलते आगे बढ भी सकती है।
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इस महत्वाकांक्षी और बच्चों के लिये उपयोगी प्रतियोगिता इंस्पायर अवार्ड में प्रतिभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से शिक्षा निदेशक माध्यमिक विनय कुमार पाण्डेय ने समस्त जिला विद्यालय निरीक्षकों को स्कूलों से ऑनलाइन पंजीकरण करवाने को कहा है। साथ ही शून्य पंजीकरण वाले जिलों के प्रति नाराजगी जताते हुये तत्काल पंजीकरण बढ़ाने को कहा है।