नई दिल्ली: साल 2021 का आखिरी चंद्र ग्रहण 19 नवंबर 2021 को लगने जा रहा है. सन 1440 के बाद इस पूर्णिमा को ये सबसे लंबी खगोलीय घटना (चंद्र ग्रहण) है, जो छह घंटे से अधिक समय तक चलेगी. ये भारत सहित दुनिया भर में दिखाई देगा. यह ग्रहण अरुणाचल प्रदेश, असम और पड़ोसी क्षेत्रों के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा. इसके अलावा भारत के कुछ अन्य राज्य भी हैं, जहां ये उपछाया ग्रहण देखा जा सकेगा. आइये जानते हैं कि ये भारत के किन राज्यों के शहरों में देखा जा सकेगा.
हिंदू पंचांग के अनुसार वर्ष का अंतिम और सबसे लंबी अवधि का चंद्र ग्रहण कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा शुक्रवार दिनांक 19 नवंबर 2021 को दोपहर 12:48 से प्रारंभ होगा और सायंकाल 4:17 पर समाप्त होगा. चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 28 मिनट और 24 सेकंड होगी, जोकि पिछले 500 सालों में सबसे लंबा आंशिक चंद्रग्रहण होगा. श्री काशी विद्वत परिषद के संगठन मंत्री व ज्योतिषाचार्य पं दीपक मालवीय ने बताया कि भारतवर्ष में यह उप छाया ग्रहण होने के कारण इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा और इससे संबंधित कोई भी धर्म शास्त्रीय मान्यताएं लागू नहीं होंगी.
पूर्वोत्तर भारत के लोग आंशिक चंद्र ग्रहण के अंतिम चरणों को देख सकेंगे. यह ग्रहण अरुणाचल प्रदेश, असम, पश्चिम बंगाल के कुछ स्थानों के अलावा सिक्किम, ओडिशा, अंडमान और निकोबार आईलैंड जैसी जगहों पर दिखाई दे सकता है. इस बीच कुछ समय के लिए उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों में भी उपछाया ग्रहण दिखाई देगा.
नासा के मुताबिक, पृथ्वी की आंशिक छाया चंद्रमा के ऊपरी बाएं हिस्से पर IST यानि भारतीय समयानुसार सुबह 11 बजकर 32 मिनट 09 सकेंड पर पड़ने लगेगी. चंद्रमा का हल्का सा धुंधलापन करीब 12 बजकर 48 मिनट पर दिखाई देगा, जब पृथ्वी की पूर्ण छाया चंद्रमा के ऊपरी भाग पर पड़ेगी. पृथ्वी की छाया का चाप दोपहर 2 बजकर 32 मिनट तक चंद्रमा के चरम तक फैल जाएगा. इस समय चंद्रमा 97 प्रतिशत से अधिक पूर्ण छाया में होगा और बाईं ओर का केवल एक छोटा सा हिस्सा पृथ्वी की आंशिक छाया में चमकेगा. पृथ्वी की पूर्ण छाया धीरे-धीरे चंद्रमा से नीचे दाईं ओर चली जाएगी. भारतीय समयानुसार चंद्रमा शाम 5 बजकर 33 मिनट पर पृथ्वी की आंशिक छाया से पूरी तरह बाहर निकल जाएगा.