अशोकनगर: अशोकनगर में अवैध खनन कर रेत ले जा रहे ट्रैक्टर-ट्रॉली को जब वनकर्मियों ने पकड़ा तो माफिया ने उन पर हमला कर दिया। उन्होंने फॉरेस्टकर्मियों को डंडे मारे और उन पर पत्थर फेंके। यही नहीं, विवाद के दौरान रेंजर से राइफल तक छुड़ाने की कोशिश की। हमले में फॉरेस्ट गार्ड का हाथ फ्रैक्चर हुआ है, जबकि 6-7 अन्य कर्मचारियों को चोट आई है। पुलिस जब कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर थाने लाई तो वे बाथरूम का बहाना कर भाग गए।
ये घटना गुरुवार शाम चंदेरी से करीब 15 किमी दूर नगावर गांव की है, जिसका वीडियो अब सामने आया है। चंदेरी पुलिस ने मामले में 12 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। उधर, एक आरोपी की पत्नी ने वन विभाग के अधिकारियों पर ही छेड़छाड़ का आरोप लगा दिया। उसने महिला थाने में आवेदन भी दिया है।
रास्ते में ही खत्म हो गया ट्रैक्टर का डीजल
सिरसौद इलाके में अवैध खनन करके ले जाई जा रही रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली को वन विभाग की टीम ने जब्त किया था। वे ट्रैक्टर को चंदेरी की तरफ लेकर निकले, तो चार पहिया वाहन से आरोपी जुगऐ महाराज और दो बाइकों पर अन्य पांच लोग आ पहुंचे। टीम ने जब ट्रैक्टर-ट्रॉली छोड़ने से मना किया, तो जुगऐ महाराज ने उन्हें धमकी दी और चला गया। नगावर गांव के पास ट्रैक्टर का डीजल खत्म हो गया।
अन्य ट्रैक्टर से आए 20-25 लोग
टीम को दूसरे ट्रैक्टर पर 20-25 लोग सवार होकर आते दिखे। कुछ लोग बाइक पर भी सवार थे। इन्होंने आते ही पत्थरों से हमला कर दिया। भीड़ ने रेंजर समेत वनकर्मियों पर लट्ठ बरसाए। उन्होंने विभाग की उड़नदस्ता व अन्य अटैच गाड़ी के कांच फोड़ दिए। हमले में 6-7 वनकर्मी घायल हो गए। खनन माफियाओं ने मारपीट कर रेंजर की रायफल छीनने की कोशिश की।