स्वच्छता, सुरक्षा व सुविधा का मानक होगा ‘महाकुंभ’ : CM योगी
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी प्रयागराज महाकुंभ को स्वच्छता, सुविधा और सुरक्षा का मानक आयोजन बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि महाकुंभ-2025 पूरे विश्व को सनातन भारतीय संस्कृति से साक्षात्कार कराने का सुअवसर है। महाकुंभ के प्रबंधन से जुड़े विभिन्न विभागों के साथ मुख्यमंत्री ने सोमवार को बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में प्रमुख सचिव नगर विकास तथा कुंभ मेलाधिकारी और पुलिस विभाग के अधिकारियों ने अब तक की तैयारियों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 12 वर्षों के अंतराल पर वर्ष 2025 में प्रयागराज में त्रिवेणी तट पर महाकुंभ का पावन अवसर आने वाला है। मानवता की इस अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर का अनुभव करने को पूरी दुनिया उत्सुक है। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में हम सबने वर्ष 2019 में कुंभ का सफल आयोजन कर एक मानक स्थापित किया है। 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक महाकुंभ मेला प्रस्तावित है। संतगणों, स्नानार्थियों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं, पर्यटकों आदि की सुविधा के दृष्टिगत वर्ष 2019 के सापेक्ष महाकुंभ-2025 विशाल परिसर में आयोजित होगा। पिछली बार जहां 3,200 हेक्टेयर में मेला फैला था, इस बार 4,000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल में विस्तार किया जा रहा है।
सीएम योगी ने कहा कि 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक के 45 दिनों के भीतर पौष पूर्णिमा, मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी, माघी पूर्णिमा, महाशिवरात्रि प्रमुख स्नान तिथियां होंगी। महाकुंभ में दैनिक श्रद्धालुओं, पर्यटकों के अतिरिक्त कल्पवासियों की उपस्थिति भी होगी। उनकी सुरक्षा, सुविधा और आवश्यकताओं के अनुरूप यथोचित व्यवस्था की जाए। प्रयास हो कि मेलाक्षेत्र में कोई भी पार्किंग संगम से 5 किमी से अधिक दूर न हो। प्रयागराज में 7 रिवर फ्रंट रोड, 14 आरओबी और 7 पुराने घाटों के सौंदर्यीकरण का कार्य किया जा रहा है। 6 लेन सेतु का निर्माण भी जारी है। यह सभी कार्य प्रत्येक दशा में अक्टूबर तक पूरा कर लिया जाए।
सीएम योगी ने कहा कि प्रयागराज विकास प्राधिकरण द्वारा अतिक्रमण विरोधी अभियान सतत जारी रखे। सड़कों का चौड़ीकरण, सौंदर्यीकरण का कार्य समय से पूरा कराया जाए। रोड साइड फसाड डेवलपमेंट का कार्य सितंबर तक पूरा कर लिया जाए। मेलाक्षेत्र तक सुगमतापूर्वक आवागमन के लिए रोड, रेल और एयरपोर्ट की बेहतरीन कनेक्टिविटी होनी आवश्यक है। परिवहन विभाग द्वारा 7,000 से अधिक बसों की व्यवस्था कराई जाए। नगर विकास विभाग अधिकाधिक ईवी शटल बसों की उपलब्धता कराए। एयरपोर्ट के नवीन टर्मिनल का निर्माण कार्य अक्टूबर तक पूरा करा लें। एयरपोर्ट से मेला क्षेत्र तक पहुंचने में 30 से 40 मिनट से अधिक समय न लगे।
उन्होंने कहा कि कुंभ से जुड़े कथानक, सनातन संस्कृति के प्रतीकों आदि को चित्रित किया जाए। चौराहों पर कुंभ के लोगो लगाए जाने चाहिए। थीम आधारित द्वार, स्तम्भ, लाइटिंग के प्रयास होने चाहिए। महाकुंभ 2025 प्रतिबंधित पॉलिथीन मुक्त हो, इसके लिए संकल्पित होकर जनसहयोग के साथ कार्य करना होगा। प्रयागराज का हर एक वार्ड-हर एक मोहल्ला स्वच्छ हो, इसके लिए मोहल्ला स्वच्छता समिति गठित कराएं। अभी से प्रयास प्रारंभ कर दें। महाकुंभ में श्रद्धालुओं और पर्यटकों के संभावित आगमन के दृष्टिगत मेला क्षेत्र में 1,50,000 शौचालयों की व्यवस्था की जानी चाहिए। इनकी नियमित सफाई हो, इसके लिए 10 हजार से अधिक कर्मचारियों की आवश्यकता होगी। कर्मचारियों के मानदेय का समयबद्ध भुगतान सुनिश्चित होना चाहिए। मेला क्षेत्र की स्वच्छता के लिए पर्याप्त कर्मचारी तैनात होने चाहिए।