मुंबई. महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधानपरिषद सदस्य (एमएलसी) प्रसाद लाड ने छत्रपति शिवाजी महाराज के कोंकण क्षेत्र में पैदा होने का दावा करके एक विवाद खड़ा कर दिया है। इस बीच शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने पूछा कि क्या भाजपा ने ऐतिहासिक शोध के लिए एक नई परिषद का गठन किया है।
राउत ने पत्रकारों से कहा कि यह एक ज्ञात तथ्य है कि छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म पुणे जिले (पश्चिमी महाराष्ट्र के) के शिवनेरी में हुआ था और उनकी मृत्यु राज्य के कोंकण क्षेत्र के रायगढ़ में हुई थी। अपनी टिप्पणियों को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे लाड ने रविवार को अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘अगर मैंने किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है तो मैं माफी मांगता हूं।” उन्होंने ट्वीट किया कि कोंकण छत्रपति शिवाजी महाराज की ‘‘कर्मभूमि” थी।
लाड ने कहा कि कोई यह नहीं भूल सकता कि कोंकण में ‘स्वराज्य’ के बीज बोए गए थे। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अनजाने में कुछ और बोल दिया और मैंने तुरंत गलती सुधार ली थी।” लाड ने वीडियो संदेश में इस मुद्दे का ‘‘राजनीतिकरण” करने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की भी आलोचना की। राकांपा ने लाड का एक वीडियो ट्वीट किया था, जिसमें लाड ‘कोंकण महोत्सव’ को लेकर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने वहां 17वीं शताब्दी के मराठा योद्धा राजा के जन्म स्थान पर टिप्पणी की थी।
शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा ने कहा कि भाजपा को इतिहास के बारे में दूसरों को उपदेश देने के बजाय अपने ही विधायकों को इस संबंध में ज्ञान देना चाहिए। लाड की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर, राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने आश्चर्य जताया कि क्या भाजपा इतिहास को फिर से लिखना चाहती है और उसने ऐतिहासिक शोध के लिए एक नई परिषद का गठन किया है? राउत ने कहा, ‘‘यह एक ज्ञात तथ्य है कि छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म पुणे जिले के शिवनेरी में हुआ था और उनकी मृत्यु कोंकण के रायगढ़ में हुई थी।”
उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री (एकनाथ शिंदे) ने महाराष्ट्र में नीति आयोग जैसी कोई संस्था बनाई है और अपने मित्र को इसका प्रमुख नियुक्त किया है।” पिछले महीने, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने छत्रपति शिवाजी महाराज को ‘‘पुराने जमाने” का प्रतीक कहकर एक विवाद खड़ा कर दिया था, इस टिप्पणी को मराठा राजा और राज्य का ‘‘अपमान” बताया गया था।
राज्य के पर्यटन मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा को भी शिवाजी महाराज पर अपनी हालिया टिप्पणी के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा था। राउत ने कुछ सार्वजनिक हस्तियों द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज के खिलाफ की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर ‘‘चुप्पी” साधे रखने के लिए शुक्रवार को भाजपा की आलोचना की थी और चेतावनी दी थी कि मराठा योद्धा के इस ‘‘अपमान” का बदला लिया जाएगा। कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने बृहस्पतिवार को भाजपा पर मराठा योद्धा राजा का ‘‘अपमान” करने का आरोप लगाया था और भाजपा के विधायकों और सांसदों के इस्तीफे की मांग की थी।