महाराष्ट्र सरकार ने लिया बड़ा फैसला, गाय को घोषित किया राज्यमाता
मुंबई: महाराष्ट्र सरकार ने आज एक ऐतिहासिक आदेश जारी करते हुए गाय को राज्यमाता घोषित किया है। इस आदेश में सरकार ने स्पष्ट रूप से बताया है कि गाय का भारतीय संस्कृति में, विशेषकर वैदिक काल से, एक महत्वपूर्ण स्थान रहा है। सरकार ने उल्लेख किया है कि देसी गाय का दूध मानव आहार के लिए अत्यंत उपयुक्त है। इसका विशेष महत्व आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में भी देखा जाता है, जहां गाय के दूध और अन्य उत्पादों का उपयोग स्वास्थ्य लाभ के लिए किया जाता है। इसके अलावा, पंचगव्य उपचार पद्धति में भी गाय के विभिन्न उत्पादों का समावेश होता है, जो अनेक बीमारियों के उपचार में सहायक होते हैं।
वहीं इस मामले पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि यह एक महत्वपूर्ण निर्णय है। उन्होंने कहा कि “देसी गाय हमारे किसानों के लिए एक वरदान है। इसलिए हमने इन्हें ‘राज्य माता’ का दर्जा देने का निर्णय लिया है।” उन्होंने यह भी बताया कि सरकार देसी गोमाता के पोषण और चारे के लिए मदद प्रदान करने का फैसला कर चुकी है। यह कदम राज्य की कृषि और पशुपालन नीति को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। फडणवीस का यह बयान किसानों की स्थिति को बेहतर बनाने और पारंपरिक भारतीय कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने की कोशिशों का हिस्सा है।
आपको बता दें कि गाय का महत्व भारतीय संस्कृति और समाज में अत्यधिक गहरा है। यह केवल एक जानवर नहीं है, बल्कि धार्मिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और स्वास्थ्य संबंधी कई पहलुओं में इसका विशेष स्थान है।