मैनपुरी : मुलायम सिंह यादव की कर्मभूमि पर ताल ठोंक रही सूरमाओं की फौज
मैनपुरी: इन दिनों सुर्खियों में हैं। करहल से पहलीबार सपा मुखिया अखिलेश यादव मैदान में हैं। जिनके मुकाबले भाजपा ने केंद्रीय राज्यमंत्री और आगरा के सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल को खड़ा किया है।देश और प्रदेश का मौसम भले ही सर्द है, लेकिन चुनावी तापमान बढ़ा हुआ है। मैनपुरी एक फिर सुर्खियों में। कारण मुलायम की कर्मभूमि पर सूरमाओं की फौज चुनावी दंगल में ताल ठोक रही है। पूर्व मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, आबकारी मंत्री, दो पूर्व मंत्री और एक दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री चुनाव में उतरे हैं।
बात करहल विधानसभा सीट की करें तो इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में हैं। उनके सामने भाजपा ने केंद्रीय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल को बिना टिकट दिए जाने की घोषणा के ही मैदान में उतार दिया है। इस सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री के आमने-सामने होने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है। सदर सीट पर भी मुकाबला रोचक होगा। यहां सपा से जहां राजकुमार यादव ताल ठोक रहे हैं, वहीं भाजपा ने पूर्व मंत्री जयवीर सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है। दोनों ही नेता जीत के लिए जोर-आजमाइश कर रहे हैं।
भोगांव विधानसभा सीट पर भी प्रदेशभर की नजर है। जिले की इस सीट पर भाजपा ने प्रदेश सरकार के आबकारी मंत्री और मौजूदा विधायक रामनरेश अग्निहोत्री को चुनाव मैदान में उतारा हैं तो वहीं सपा ने तीन बार विधायक रहे एवं पूर्व दर्जा राज्यमंत्री आलोक शाक्य को टिकट दी है। दोनों के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है।
किशनी विधानसभा सीट भी वीआईपी से कम नहीं है। इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री (उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग के सदस्य) डॉ. प्रियरंजन ‘आशू दिवाकर’ मैदान में हैं। उनकी टक्कर सपा के वर्तमान विधायक बृजेश कठेरिया से है।