कोड ऑफ कंडक्ट के बीच जालंधर में बड़ी वारदात! युवक की बेरहमी से हत्या
जालंधर : थाना सदर जमशेर के अधीन पड़ते इलाके में शनिवार देर रात को गांव संसारपुर (जालंधर कैंट) के रहने वाले युवक जार्ज पुत्र हरबंस लाल का बेरहमी से कत्ल कर दिया गया। पता चला है कि मृतक युवक बिजली व पेंट का काम करता था। जार्ज का शव गांव संसारपुर से गांव खेड़ा को जाते कच्चे रास्ते पर (जमशेर एन्क्लेव की बैकसाइड) स्थित एक खाली प्लाट में खून से लथपथ हालत में पड़ा हुआ था, जिसकी सूचना उक्त रास्ते से अपने पशु लेकर निकल रहे एक गुज्जर द्वारा थाना सदर की पुलिस को दी गई, जिसके बाद पुलिस पार्टी ने मौके पर पहुंचकर जार्ज का शव अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू की। जांच में करने पर पता चला कि जार्ज की हत्या करने वालों ने किसी तेजधार हथियार से उसके सिर व गर्दन पर कई वार किए हैं।
वारदात वाली जगह पर ए.डी.सी.पी. सिटी-2 आदित्या आई.पी.एस. और ए.सी.पी. जालंधर कैंट सुखनिंदर सिंह कैरों, एस.एच.ओ. सदर जगदीप सिंह, ए.एस.आई. बलविंदर कुमार तथा अन्य माहिर टीमें भी पहुंच गईं थीं और उन्होंने इस कत्ल केस को ट्रेस करने के लिए अलग-अलग पहलूओं से जांच शुरू की और आस-पास लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों की फुटेज भी चैक की जा रही है।
ए.एस.आई. बलविंदर कुमार ने बताया कि पुलिस ने जार्ज की हत्या करने वालों के खिलाफ उसके भाई राज कुमार पुत्र हरबंस लाल निवासी गांव संसारपुर के बयानों पर थाना सदर में आई.पी.सी. की धारा 302 के तहत एफ.आई.आर. नंबर-73 दर्ज कर ली है और हत्यारों की तलाश में विभिन्न स्थानों पर रेड की जा रही है जबकि जार्ज के कत्ल की सूचना मिलते ही उसके घर में ही नहीं बल्कि पूरे मोहल्ला में मातम छा गया। पारिवारिक सदस्यों को संभालना बहुत मुश्किल हो रहा था।
कोड ऑफ कंडक्ट में भी बेखौफ होकर घूम रहे हैं अपराधी
संसारपुर निवासी जार्ज की हुई हत्या से साफ पता चलता है कि लोकसभा चुनावों को लेकर चुनाव कमीशन द्वारा लगाए गए कोड कंडक्ट में भी अपराधी किस्म के लोग बेखौफ होकर घूम रहे हैं।
हालांकि कोड ऑफ कंडक्ट लागू होने के बाद कमिश्नरेट पुलिस ने आम लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर चौकसी भी काफी बढ़ाई हुई है, जिसके चलते जगह-जगह लगे हुए पुलिस के नाकों पर हर संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है लेकिन इसके बावजूद भी थाना सदर जमशेर से कुछ ही दूरी पर स्थित खेड़ा रोड पर जार्ज का बेरहमी से किया गया कत्ल पुलिस की विशेषकर चल रही चुनावी डयूटी पर कई तरह के सवाल खड़े करता है।