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पंजाब-हरियाणा में बारिश नहीं होने की बड़ी वजह आई सामने, हिमाचल में 20 जुलाई तक बारिश होने के आसार

नई दिल्ली: पंजाब और हरियाणा में मानसून का आगमन काफी समय पहले हो चुका है, लेकिन अभी तक इसकी प्रभावी उपस्थिति देखने को नहीं मिली है। मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से मानसून को सक्रिय करने वाली नमी वाली हवाएं राज्य में नहीं पहुंच पा रही हैं, जिससे बारिश कम हो रही है।

बारिश की कमी
जुलाई के बीच में, केवल स्थानीय बादलों की वजह से हल्की बारिश हो रही है। उमस बढ़ने से हवा में कुछ नमी मिली है, जिसके कारण थोड़ी-बहुत बारिश हो रही है। 1 जून से 16 जुलाई के बीच, पंजाब में 179.7 मिमी बारिश हुई, जो पिछले वर्ष की तुलना में 50.8% कम है। वहीं, हरियाणा में 81.7 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 37% कम है। जुलाई के दौरान, कई जिलों में बारिश में 60 से 76 प्रतिशत तक की कमी आई है, खासकर होशियारपुर, नवांशहर, रोपड़, फतेहगढ़ साहिब और पटियाला में। इसके अतिरिक्त, बठिंडा में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 5 डिग्री अधिक है।

हिमाचल प्रदेश की स्थिति
हिमाचल प्रदेश में भी बारिश की स्थिति चिंताजनक है। मंडी को छोड़कर बाकी सभी जिलों में बारिश कम हो रही है। हालांकि, हवा में नमी 90% तक बढ़ गई है, जिससे तापमान में 6 डिग्री का इजाफा हुआ है। 17 से 20 जुलाई के बीच भारी बारिश की उम्मीद जताई गई है।

भविष्यवाणी
मौसम विभाग ने बताया है कि आज (बुधवार) पंजाब-हरियाणा के कई इलाकों में बारिश की संभावना है। जुलाई के आखिरी सप्ताह में झमाझम बारिश होने की उम्मीद है। मंगलवार को, पंजाब के अधिकतर जिलों में तापमान 38 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया, जिससे लोगों को उमस का सामना करना पड़ा। इस साल मानसून ने पंजाब-हरियाणा में अपनी उपस्थिति तो दर्ज कराई है, लेकिन प्रभावी बारिश की कमी चिंता का विषय बनी हुई है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में स्थिति में सुधार होगा और राज्य में बारिश का जलवा देखने को मिलेगा।

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