ज्ञान भंडार
Makar Sankranti 2022: मकर संक्रांति पर सूर्य स्तुति का पाठ, मिलेगा यश-धन
नई दिल्ली: ‘मकर संक्रांति’ के दिन सूर्य देव की विशेष पूजा की जाती है। सूर्य हमारे यहां शक्ति और यश का प्रतीक है। भगवान राम भी प्रतिदिन सूर्यदेव की पूजा करते थे। कहते हैं कि ‘मकर संक्रांति’ के दिन अगर सूर्य स्तुति का पाठ किया जाए तो इंसान की सारी तकलीफों का अंत होता ही है साथ ही इंसान स्वस्थ, प्रतापी और धनी बनता है, उसकी ख्याती दूर-दूर तक फैलती है।
।। श्री सूर्य स्तुति ।।
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन ।।
त्रिभुवन-तिमिर-निकन्दन, भक्त-हृदय-चन्दन॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन।।
सप्त-अश्वरथ राजित, एक चक्रधारी।
दु:खहारी, सुखकारी, मानस-मल-हारी॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन।।
सुर-मुनि-भूसुर-वन्दित, विमल विभवशाली।
अघ-दल-दलन दिवाकर, दिव्य किरण माली॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन।।
सकल-सुकर्म-प्रसविता, सविता शुभकारी।
विश्व-विलोचन मोचन, भव-बन्धन भारी॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन।।
कमल-समूह विकासक, नाशक त्रय तापा।
सेवत साहज हरत अति मनसिज-संतापा॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन।।
Makar Sankranti 2022: जानिए मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त, तिथि और महत्वMakar Sankranti 2022: जानिए मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त, तिथि और महत्व
नेत्र-व्याधि हर सुरवर, भू-पीड़ा-हारी।
सकल-सुकर्म-प्रसविता, सविता शुभकारी।
विश्व-विलोचन मोचन, भव-बन्धन भारी॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन।।
कमल-समूह विकासक, नाशक त्रय तापा।
सेवत साहज हरत अति मनसिज-संतापा॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन।।
नेत्र-व्याधि हर सुरवर, भू-पीड़ा-हारी।
हर अज्ञान-मोह सब, तत्त्वज्ञान दीजै॥
जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन।।