सर्दियों में एड़ियों का फटना आम बात है लेकिन इनके फटने के कारण आप अपनी पसंद की सैंडिल नहीं पहन सकती हैं | क्या आप नहीं चाहती है कि आप अपनी पसंद की सैंडिल सर्दी के मौसम में भी पहने | यदि हाँ तो आप एड़ियों को भी कोमल,मुलायम,और खूबसूरत बनाये | यदि आप अपनी एड़ियों को खूबसरत बनाना चाहते है कि तो आपको कुछ ध्यान देना होगा |
अक्सर ऐसा होता है कि, हम अपने चेहरे को निखारने पर तो पूरा ध्यान देते हैं लेकिन पैरों की केयर नहीं करते। इस इसी वजह से फटी एड़ियों की समस्या होने लगती है। समय के साथ यह समस्या बढ़ती जाती है और तब एड़ियों में दर्द के अलावा खून तक आना लगता है। ज्यादातर अनियमित खानपान, विटामिन ई की कमी, कैल्शियम व आयरन की पर्याप्त मात्रा न मिल पाने के कारण एड़ियां फट जाती हैं।
एड़ियों को कोमल बनाने के लिये बाजार में वैसे तों बहुत सी चीजें क्रीम,ऑयल मौजूद हैं जो फटी एड़ियों को ठीक करने का दावा करती हैं। लेकिन बाजार में पैसे बर्बाद करने के बजाए अगर आप घरेलू उपाय अपनाते हैं तो ना सिर्फ आपके पैसों की बचत होगी, बल्कि अपको अपनी एड़ियां जल्द ही ठीक होकर कोमल बन जाएंगी।
एड़ियों को कोमल बनाने के घरेलू उपाए-
नारियल का तेल-
नारियल का तेल बलों और त्वचा के लिये बेहद लाभकारी माना जाता है साथ ही नारियल तेल का इस्तेमाल सर्दियों मे एड़ियों को फटने से भी रोकता है। रात को सोने से पहले एक बड़ा चम्मच नारियल तेल लेकर उसे फटी हुई एड़ियों पर लगा लें। अगर आप चाहें तो इसे हल्का गर्म भी कर सकती है। उसके बाद जुराबें पहनकर सो जाएं, सुबह उठकर पैरों पानी से धो लें। ये करीब 10 दिन तक इस उपाय को अपना कर देखें,नतीजे बेहतर होंगे।
ग्लिसरीन और गुलाब जल-
फटी एड़ियों के लिए यह बेहतरीन उपाय है। दोनों ही चीजें एड़ियों को नमी देकर कोमल बनाती हैं। तीन-चौथाई मात्रा में गुलाब जल और एक-चौथाई मात्रा में ग्लिसरीन लेकर मिश्रण बनाएं और कुछ देर तक एड़ियों पर लगा रहने दें और उसके बाद गुनगुने पानी से उसे धो लें। कुछ दिनों तक ऐसा करने के बाद आपको फर्क दिखने लगेगा।
ऑलिव ऑयल–
इस तेल और इससे होने वाले फायदे के बारे मे आप तो जानते ही होगें, जी हाँ ये वही तेल है जिसे आप जैतून के तेल के नाम से भी जानते हैं। सर्दियों मे ऑलिव ऑयल के इस्तेमाल से भी एड़ियां कोमल और मुलायम होती हैं। हथेली पर तेल की कुछ मात्रा लेकर हल्के हाथों से मसाज करें, इसके बाद पैरों को आधे घंटे के लिए वैसे ही छोड़ दें। इस प्रक्रिया को हफ्ते में एक बार जरूर करें।