‘GST का समर्थन कर की गलती’ ममता का केंद्र पर हमला, कल से 48 घंटे का धरना प्रदर्शन
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 12000 किलोमीटर से अधिक रास्ता के निर्माण की शुरुआत की. ममता बनर्जी सिंगूर से पथश्री और रास्ताश्री परियोजना की शुरुआत की. इस अवसर पर ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र सरकार बंगाल को परियोजनाओं के लिए पैसा नहीं देती है. ऐसा लगता है कि जीएसटी का समर्थन कर गलती की है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी डर दिखाती है. बंदूक की गोली उनके सिर के पास से गुजर गई, लेकिन कुछ नहीं कर पाई. हम लड़ेंगे और जीतेंगे. उन्होने कहा कि कल से केंद्र सरकार के खिलाफ 48 घंटे का धरना शुरू होगा. ममता बनर्जी ने कहा कि100 दिनों काम, ओबीसी का पैसा बंद कर दिया. केंद्र ने एक पैसा नहीं देता है. केंद्र सरकार 7000 करोड़ रुपए नहीं दिया है. 100 दिन काम का एक दिन का काम नहीं दिया है, लेकिन अब सड़क निर्माण का काम 100 दिनों के काम से होगा.
ममता बनर्जी ने कहा कि आर्थिक वंचना के बावजूद बंगाल के विभिन्न इलाकों में विकास हुआ है. मेधाश्री और कन्याश्री मॉडल हुआ है. ममता बनर्जी ने पंचायत चुनाव के पहले राज्य में विकास का खाका खींचा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा था कि जेसप और डनलप को अधिग्रहण करने की अनुमति दे, लेकिन पांच सालों से केंद्र सरकार के पास प्रस्ताव पड़ा है, लेकिन अभी तक इसकी अनुमति नहीं दी गई है.
राज्य सरकार इसके कर्मचारियों को मदद दे रही है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार केंद्रीय योजनाओं में मदद पूरी तरह से बंद कर दिया है, लेकिन राज्य सरकार इन परियोजनाओं को बंद नहीं किया है. राज्य सरकार के पैसे से ये परियोजनाएं चल रही हैं.
ममता बनर्जी ने कहा कि सिंगूर में 23 दिनों तक धरना दिया था. उस समय एक लॉरी लगभग 100 लोगों को कुचल कर जा रहा था, लेकिन उनके समर्थकों ने बचाया था. अभी किसान के घर में आग लग रही है. उन्होंने कहा कि कल 12 बजे से अंबडेकर मूर्ति के सामने धरना बैठेंगे. 100 दिन काम, आवास योजना, ओबीसी का पैसा देना होगा.
जनतंत्र की हत्या करने का भी जवाब देना होगा. उन्होंने कहा कि बंधु सरकार केंद्र सरकार ओहे नंदलाल 1149 पैसा गैस आ रहा है और बिना पैसा चावल दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यदि कोई कुछ बोलता है, तो उसके खिलाफ ईडी और सीबीआई लगा देती है. उन्होंने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करती हैं, जिसमें कहा गया है कि महिलाओं को जब-तक नहीं बुलाया जा सकता है.