ममता बनर्जी का दावा- NDA सरकार ज्यादा दिन नहीं चलेगी, इंडिया गठबंधन आएगा सत्ता में
कोलकाताः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को दावा किया कि निकट भविष्य में केंद्र में ‘इंडिया’ गठबंधन का प्रशासन देखने को मिलेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन ने भले ही आज सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया हो, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि वह कल ऐसा नहीं करेगा। बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस के नवनिर्वाचित सांसदों की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी ‘‘देखो और प्रतीक्षा करो” की स्थिति में रहेगी और यदि ‘‘कमजोर और अस्थिर” भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार सत्ता से बाहर हो जाती है तो उन्हें खुशी होगी। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने कहा, ‘‘भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अलोकतांत्रिक और अवैध तरीके से सरकार बना रही है। आज भले ही ‘इंडिया’ गठबंधन ने सरकार बनाने का दावा पेश न किया हो, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि कल वह दावा नहीं करेगा। चलिए कुछ समय तक इंतजार करते हैं।”
उन्होंने कहा कि अंततः आने वाले दिनों में ‘इंडिया’ गठबंधन ही सरकार बनाएगा। तृणमूल कांग्रेस जनवरी में पश्चिम बंगाल में ‘इंडिया’ गठबंधन से बाहर हो गई थी, लेकिन उसने कहा था कि वह राष्ट्रीय स्तर पर ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा बनी रहेगी। सूत्रों के अनुसार बंद कमरे में हुई बैठक के दौरान बनर्जी ने पार्टी नेताओं और सांसदों से कहा कि ‘‘राजग सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएगी।”
बैठक में मौजूद तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘बैठक के दौरान ममता दीदी (ममता बनर्जी) ने हमें बताया कि उन्हें पूरा भरोसा है कि भाजपा को बहुमत नहीं मिलने के कारण राजग सरकार लंबे समय तक नहीं टिकेगी।” बैठक के बाद बनर्जी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘राजग की जो सरकार बनेगी वह अस्थिर होगी। भाजपा को बहुमत नहीं मिला है, वे सहयोगी दलों पर निर्भर हैं। देखते हैं वे अपने सहयोगियों के साथ कितने समय तक साथ रह पाते हैं।”
बनर्जी ने कहा कि क्योंकि जनादेश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ है, इसलिए ‘‘उन्हें इस बार पद छोड़ देना चाहिए था और किसी अन्य को यह पद संभालना चाहिए था।” उन्होंने कहा, ‘‘देश को बदलाव की जरूरत है, देश बदलाव चाहता है। यह जनादेश बदलाव के लिए था। हम प्रतीक्षा कर रहे हैं और स्थिति पर नजर रख रहे हैं।” उन्होंने कहा कि भाजपा अपने दम पर विधेयक पारित नहीं कर पायेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले कार्यकाल में भाजपा बिना किसी उचित चर्चा के अपने आप ही विधेयक पारित कर देती थी। लेकिन इस बार वे ऐसा नहीं कर पाएंगे। वे संविधान नहीं बदल पाएंगे।” राजग के सहयोगियों जद (यू) और तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के बारे में पूछे जाने पर बनर्जी ने कहा, ‘‘वे भी हमारे मित्र हैं। आपसे किसने कहा कि वे हमारे साथ नहीं हैं?” बनर्जी ने यह भी घोषणा की कि तृणमूल कांग्रेस नयी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होगी। उन्होंने कहा, ‘‘न तो हमें कोई निमंत्रण मिला है और न ही हम इसमें शामिल हो रहे हैं।” उन्होंने कहा कि लोकसभा और राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के सांसद नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को निरस्त करने की मांग करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘यह लोकसभा पिछली दो लोकसभाओं की तरह नहीं होगी, जहां उन्होंने पूर्ण बहुमत के आधार पर विधेयक पारित करा लिये थे। हमारे सांसद सीएए को निरस्त करने की मांग करेंगे। हम कोई राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) या समान नागरिक संहिता नहीं चाहते। हम राज्य की बकाया राशि को जारी करने की मांग उठाएंगे।” तृणमूल कांग्रेस सांसदों की बैठक के दौरान ममता बनर्जी को सर्वसम्मति से तृणमूल कांग्रेस संसदीय दल का अध्यक्ष चुना गया।
उन्होंने कहा, ‘‘सुदीप बंद्योपाध्याय लोकसभा में पार्टी के नेता होंगे और काकोली घोष दस्तीदार लोकसभा में पार्टी की उपनेता होंगी। कल्याण बनर्जी मुख्य सचेतक होंगे।” राज्यसभा में डेरेक ओब्रायन तृणमूल कांग्रेस पार्टी के नेता होंगे, जबकि सागरिका घोष उपनेता होंगी। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने 29 सीट पर जीत दर्ज की जबकि भाजपा ने 12 और कांग्रेस ने एक सीट जीती। भाजपा ने जहां 240 लोकसभा सीट जीतीं तो वहीं राजग को 293 सीट पर जीत मिली ,जो 543 सदस्यीय सदन में बहुमत के आंकड़े 272 से काफी ऊपर है। विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को 234 सीट पर जीत मिली है।