उत्तर प्रदेश में शख्स की मुखबिर होने के शक में गोली मारकर हत्या
शामली । उत्तर प्रदेश के शामली जिले में गिरफ्तार किए गए और बाद में जमानत पर रिहा हुए दो आरोपी व्यक्तियों पर अब एक 25 वर्षीय युवक की कथित हत्या का आरोप लगाया गया है, जिस पर उन्हें पुलिस का मुखबिर होने का संदेह था। विकास सैनी के रूप में पहचाने गए युवक को झिंझाना कस्बे में उस समय गोली मारी गई जब वह अपनी किराने की दुकान से घर लौट रहा था।
गुरुवार को उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। झिंझाना थाने के थाना प्रभारी रोजंत त्यागी ने शुक्रवार को कहा कि विकास को घायल हालत में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी गोली लगने से मौत की पुष्टि हुई है।
पीड़ित के पिता ने आरोप लगाया है कि हरिओम कश्यप और सुनील कश्यप के रूप में पहचाने गए आरोपी सट्टेबाजी में शामिल थे और उन्हें 26 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। बाद में, जब दोनों आरोपी जमानत पर बाहर आए थे, तो उन्होंने सैनी को पुलिस का मुखबिर होने का संदेह करते हुए कथित तौर पर मार डाला।
पीड़ित के पिता दिलदार सैनी ने कहा कि हरिओम और उसका साथी सुनील, विकास पर पुलिस का मुखबिर होने का शक कर रहा था, क्योंकि उसकी किराने की दुकान हरिओम की दुकान के पास स्थित है और घर भी उसी इलाके में हैं। इस वजह से दोनों ने विकास की हत्या कर दी। शामली के सहायक पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने कहा कि हत्या के दो फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया है। पुलिस आरोपियों के कुछ करीबी रिश्तेदारों से भी पूछताछ कर रही है।