इंदौर, सागर, नर्मदापुरम, भोपाल में कई नेता मंत्री पद के दावेदार
भोपाल : प्रदेश में इस बार मंत्रिमंडल बनाने को लेकर भाजपा के संगठन के साथ ही मुख्यमंत्री को खासी मशक्कत करना पड़ सकती है। दरअसल कई जिले ऐसे हैं जहां पर कई विधायक मंत्री पद की दावेदारी में खासे मजबूत माने जा रहे हैं। ऐसे में उनमें से कुछ लोगों को छांटना आसान काम नहीं होगा। प्रदेश में मुख्यमंत्री सहित 25 मंत्री बन सकते हैं। आमतौर पर मंत्रिमंडल में क्षेत्र और जाति का संतुलन बनाना जाता है, लेकिन इस बार इंदौर, सागर, नर्मदापुरम, भोपाल जैसे जिलों से कई मंत्री पद के दावेदार माने जा रहे हैं। वहीं यदि अंचल वार देखें तो हर क्षेत्र से मंत्री पद के दावेदारों की दौड़ में कई मजबूत चेहरे उभर कर सामने आते हैं।
इंदौर में भाजपा ने सभी 9 सीटें जीती है। जिसमें सबसे बड़ा नाम पार्टी के राष्टÑीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय का है। वे इंदौर 4, इंदौर 2, महू और इंदौर 1 से मिलाकर अब तक सात चुनाव जीत चुके हैं। वहीं इंदौर 2 से रमेश मेंदोला चार बार चुनाव जीत चुके हैं। वे प्रदेश में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड भी बनाते रहे हैं। वहीं महू से विधायक उषा ठाकुर, इंदौर 5 से महेंद्र हार्डिया, सांवेर से तुलसी सिलावट, इंदौर 4 से मालनी गौड मंत्री पद के प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं।
इस बार ग्वालियर-चंबल से मंत्री पद की दौड़ में कम नाम ही शामिल हैं। जिसमें नरेंद्र सिंह तोमर बड़ा नाम है। तोमर के अलावा सुमावली विधायक एंदल सिंह कंसाना, भिंड विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह, ग्वालियर के प्रद्युम्न सिंह तोमर, ग्वालियर दक्षिण से नारायण सिंह कुशवाह और मुंगावली से बृजेंद्र सिंह यादव को दावेदार माना जा रहा हैं।
कुल 26 विधानसभा क्षेत्र वाले बुंदेलखंड में भाजपा के 9 विधायक मंत्री पद के दावेदार माने जा रहे हैं। सागर जिले में जहां पांच दावेदार हैं। वहीं जतारा से हरिशंकर खटीक, छतरपुर से ललिता यादव, दमोह से जयंत मलैया, हटा से उमादेवी खटीक, पन्ना से बृजेंद्र प्रताप सिंह को दावेदार माना जा रहा है। बृजेंद्र प्रताप सिंह, शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट में मंत्री हैं।
भोपाल जिले के चार दावेदारों के अलावा विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष डॉ.सीतासरन शर्मा , बैतूल से विधायक हेमंत खंडेलवाल, ठाकुर दास नागवंशी, विजयपाल सिंह, सुरेंद्र पटवा, प्रभुराम चौधरी, शमशाबाद के विधायक सूर्यप्रकाश मीणा, विष्णु खत्री, विश्वास सारंग, कृष्णा गौर, रामेश्वर शर्मा , करण सिंह वर्मा, हजारी लाल दांगी का नाम चर्चाओं में आ गया है।
इंदौर जिले में जहां पांच विधायक मंत्री पद के मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। वहीं शाजापुर से अरुण भीमावद, शुजालपुर के विधायक इंदर सिंह परमार, गायत्री राजे पंवार, आशीष शर्मा, विजय शाह, अर्चना चिटनीस, बालकृष्ण पाटीदार, निर्मला भूरिया, नीना वर्मा, मोहन यादव , चिंतामणि मालवीय, हरदीप सिंह डंग, जगदीश देवडा, ओमप्रकाश सकलेचा का नाम भी दौड़ में शामिल माना जा रहा है।
भोपाल जिले की सात सीटों में से भाजपा ने पांच पर जीत हासिल की है। इनमें से नरेला विधायक शिवराज सिंह चौहान 2020 कार्यकाल के मंत्रिमंडल में मंत्री हैं। वहीं हुजूर से जीते रामेश्वर शर्मा का दावा खासा मजबूत है। इनके दो विधायकों के अलावा विष्णु खत्री और गोविंदपुरा की विधायक कृष्णा गौर का दावा भी मंत्री पर के लिए माना जा रहा है।
इसी तरह सागर जिले से अभी तीन मंत्री, शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट में हैं। इनमें गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह और गोविंद राजपूत फिर से मंत्री पद के मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। इनके अलावा सागर से जीते शैलेंद्र जैन का दावा भी इस बार खासा मजबूत है। इन चार विधायकों के साथ ही नरयावली से विधायक प्रदीप लारिया का नाम भी इस रेस में माना जा रहा है।
नर्मदापुरम से विधायक सीतासरन शर्मा विधानसभा के अध्यक्ष रह चुके हैं। उनका दावा इस बार मंत्री के लिए मजबूत माना जा रहा है। वहीं इसी जिले की पिपरिया से विधायक ठाकुर दास नागवंशी और सोहागपुर से विधायक विजयपाल सिंह को भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल माना जा रहा है।
विंध्य में भले ही इस बार भाजपा में एक बार फिर अच्छा प्रदर्शन किया हो, लेकिन यहां से मंत्री पद के दावेदारों की संख्या कम मानी जा रही है। इनमें नागौद से नागेंद्र सिंह, देवतालाब से गिरीश गौतम, रीवा से राजेंद्र शुक्ल, गुढ से नागेंद्र सिंह, सीधी से रीति पाठक का नाम चर्चा में है। हालांकि यहां से किसी युवा चेहरे पर विचार किया जा सकता है। जिसमें दिव्यराज सिंह, प्रदीप पटेल और शरद कोल के नाम पर भी विचार हो सकता है।
यहां से सबसे बड़ा नाम नरसिंहपुर से प्रहलाद पटेल और जबलपुर पश्चिम से चुनाव जीते राकेश सिंह का है। विधानसभा में सबसे सीनियर विधायक बिसाहूलाल सिंह का नाम भी चर्चा में हैं। इनके अलावा मीना सिंह, संजय पाठक, अजय विश्नोई, अशोक रोहाणी, ओमप्रकाश धुर्वे संपतिया उईके, उदय प्रताप सिंह को भी मंत्री बनने की रेस में माना जा रहा है।