सत्ता दल के कई विधायक सरकारी व्यवस्था से नाखुश, मुखर होकर जता रहे नाराजगी
लखनऊ (राघवेन्द्र प्रताप सिंह): अपनी सरकार में खुद की उपेक्षा को लेकर कुछ विधायक इन दिनों बेहद आहत दिखाई पड़ रहे हैं। उन्हे लग रहा है कि राज्य सरकार की तरफ से जनहित में किए जा रहे कामोें में न तो उनसे कोई सलाह ली जा रही है और न ही अधिकारी उनको तवज्जों दे रहे हैं। जिसके कारण जनता में उनके प्रति नकारात्मक भाव पैदा हो रहा है। इसलिए वह अपना दर्द सोशल मीडिया के माध्यम से बयां कर रहे हैं। इन जनप्रतिनिधियों को लग रहा है कि अगले विधानसभा चुनाव के पहले इससे जनमानस में अपनी छवि को बचाया जा सकता है।
चरखारी विधायक ने कही ‘जूते से सबक सिखाने की बात
भाजपा के चरखारी विधानसभा (महोबा) के विधायक बृजभूषण राजपूत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है जिसमें भाजपा विधायक डीएम और एसपी को अनाड़ी बताने के साथ ही लॉकडाउन में अफसरों को मौजूदा हालात पर नियंत्रण पाने में विफल बता रहे है। इस वीडियो में भाजपा विधायक ब्रजभूषण राजपूत ने फसल खरीद केंद्रों के अधिकारी और कर्मचारियों को न सुधरने पर ”जूते से सबक” सिखाने की बात कही है।
इससे पहले भी पिछले महीने ब्रजभूषण राजपूत का एक वीडियो वायरल हो चुका है जिसमें वह लखनऊ स्थित अपने आवास के सामने सब्जी बेचने वाले एक मुस्लिम विक्रेता को घर के आसपास न आने की बात कह रहे हैं और कह रहे हैं कि आज से यहां दिखाई न पड़ना।
सुरेश्वर सिंह ने कहा, कोरोना अफसरों की कमाई का जरिया
केवल बृजभूषण राजपूत ही नहीं, भाजपा के एक और विधायक सुरेश्वर सिंह ने भी अधिकारियों के रवैये को लेकर अपनी सख्त नाराजगी व्यक्त की है। सुरेश्वर सिंह महसी (बहराइच) से विधायक हैं।उनका भी एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है जिसमें भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह कह रहे हैं कि कोरोना बीमारी अफसरों की कमाई का जरिया बन गई है। चौकी इंचार्ज खुलेआम वसूली कर रहा है। देश के विभिन्न महानगरों से आए मजदूरों को बिना जांच व किट दिए बिना ही भगा दिया जा रहा है। केंद्र व राज्य सरकारों की ओर से जारी निर्देशों का जिले के अफसर पालन नहीं करवा रहे हैं। माफ होने के बावजूद भी मंडी में 6 प्रतिशत टैक्स वसूला जा रहा है।
सोमवार की आधी रात को भूखे पेट मजदूरों को पैदल आते देख कर महसी विधायक सुरेश्वर सिंह ने रुककर उनकी व्यथा सुनी, तो उनका दिल पसीज गया। उन्होंने डीएम शंभू कुमार को इसकी जानकारी दी तो आधे घंटे बाद अपनी सफाई पेश करने पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट और एसडीएम को उन्होंने जमकर फटकार लगाई। विधायक ने जब इन अधिकारियों से कुछ सवाल किए तो सिटी मजिस्ट्रेट ने गोलमोल जवाब देकर बात टालने का प्रयास किया। इस पर विधायक सुरेश्वर सिंह का पारा चढ़ गया और दोनों अधिकारियों को उन्होंने जमकर फटकार लगाई।
विधायक सुरेश तिवारी और राकेश राठौर को पार्टी ने दिया नोटिस
इससे पहले भी बरहज (देवरिया)के भाजपा विधायक सुरेश तिवारी का एक वीडयो वायरल हो चुका है जिसमें जिसमें वह कोरोना से बचने के लिए मुस्लिम सब्जी विक्रेताओं से सब्जी न खरीदने को कहते दिखाई पड़ रहे हैं। भाजपा ने विवादित बयान के लिए देवरिया बरहज से अपने विधायक सुरेश तिवारी को नोटिस जारी किया है। दो साल पहले भी उनका एक और वीडियो वायरल हो चुका है जिसमें उन्होंने अपनी उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा था कि अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते और किसी भी पत्र का जवाब तक नहीं देते हैं।
वहीं पिछले महीने ही सीतापुर सदर के विधायक राकेश राठौर का एक आडियो सामने आया है जिसमें वह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बारे में नकारात्मक टिप्पणी कर रहे हैं। भाजपा ने सीतापुर सदर से विधायक राकेश राठौर को पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के चलते कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
अब एमएलसी देवेंद्र सिंह ने लिखा पत्र, कहा अधिकारियों का वेतन क्यों नहीं कटा
और अब भाजपा एमएलसी देवेन्द्र सिंह ने एक पत्र मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी को लिखा है जिसमें उन्होंने कहा कि जहां हर जगह कटौती हो रही है, वहीं अबतक अधिकारियों के वेतन में कटौती क्यों नहीं की जा रही है। भाजपा के विधान परिषद सदस्य देवेंद्र प्रताप सिंह ने कोरोना महामारी से बचाव में अफसरों के वेतन से कटौती न किए जाने को लेकर सवाल उठाते हुए लिखा है कि कोरोना वायरस की जंग में सफलता पूर्वक लड़ने के लिए सभी जनप्रतिनिधियों सांसद, विधायक, विधान परिषद सदस्यों ने अपने वेतन से 30 प्रतिशत की कटौती को स्वीकृति प्रदान की है। वहीं राष्ट्रीय संकट की इस घड़ी में देश के प्रति जनता के प्रति क्या नौकरशाहों की जवाबदेही नहीं है।
एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर इस बात की अपेक्षा की कि नौकरशाहों के मुखिया होने के कारण क्या आप अपने संगठन को राष्ट्रधर्म का पालन करने के लिए प्रेरित करेंगे?