‘पिवोट 2025’ में एकजुट हुए टेक्नोलॉजी, पॉलिसी तथा बिजनेस की दुनिया के कई दिग्गज
मुंबई (अनिल बेदाग): पैनआईआईटी एलुमनी इंडिया ने पिवोट: पैनआईआईटी वर्ल्ड ऑफ टेक्नोलॉजी समिट के तीसरे संस्करण का सफलतापूर्वक समापन किया है। इसमें 3500 से अधिक प्रतिनिधियों और लगभग 75 अंतरराष्ट्रीय सहभागियों ने शिरकत की। उन्होंने ‘टेक्नोलॉजी ऍट वर्क’ थीम के अंतर्गत उद्योगों, प्रशासन और समाज में डिजिटलीकरण तथा तकनीकी प्रगति के बदलाव लाने वाले प्रभाव पर रोचक चर्चाएं कीं।
इस समिट की शुरुआत उद्घाटन सत्र से हुई, जिसमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस जैसे प्रमुख नेताओं ने अपने विचार प्रस्तुत किए। इसके बाद समिट के समापन पर माननीय रेल मंत्री, सूचना एवं प्रसारण मंत्री तथा इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने अपने प्रभावशाली संबोधन से समिट को और भी महत्वपूर्ण बना दिया। इस दिन कई समानांतर तकनीकी सत्र, स्टार्टअप सत्र और लाइव हैकाथॉन आयोजित किए गए। इन सत्रों में नेताओं ने शिक्षा, विज्ञान, तकनीकी और प्रशासन जैसे क्षेत्रों में तकनीकी प्रगति की महत्वपूर्ण भूमिका पर अपने दृष्टिकोण साझा किए। दुबई डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमी एंड टूरिज़्म (डीईटी) के दुबई इकोनॉमिक डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (डीईडीसी) के सीईओ महामहिम हादी बदरी और भारत में इजराइल के राजदूत महामहिम रेउवेन अज़र ने तकनीकी के वैश्विक परिदृश्य पर अपने विचार साझा किए और भारत के साथ अपने देशों के मजबूत और लाभकारी संबंधों पर भी चर्चा की।
ओपनिंग प्लेनरी का टाइटल था ‘मेकिंग टेक्नोलॉजी वर्क- अ पीप इंटू द फ्यूचर’, जिसमें पैन आईआईटी के चेयरमैन देबाशीष भट्टाचार्य ने स्वागत सम्बोधन दिया। इसमें सीएसआईआर के भूतपूर्व महानिदेशक डॉ. रघुनाथ माशेलकर ने भी एक प्रेरक सम्बोधन दिया। इस आयोजन में विभिन्न कार्यक्षेत्रों पर प्रकाश डाला गया, जैसे कि स्थायी विकास एवं पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा, टेक्नोलॉजी में वीसी/ पीई निवेश, ग्रामीण एवं कृषि प्रौद्योगिकी, सामाजिक प्रभाव और स्वास्थ्य एवं शिक्षा। इन चर्चाओं में प्रमुख संस्थानों, जैसे कि मर्सेडीज-बेन्ज़ ग्रुप एजी, एसबीआई, नैस्कॉम, राकुटेन और मेयो क्लिनिक का योगदान रहा।
आयोजन में 26 विशिष्ट वक्ताओं ने जानकारियाँ भी प्रदान की। इनमें उद्यमी, यूनिकॉर्न के संस्थापक और अधिक वृद्धि वाले स्टार्टअप्स के प्रमुख लोग शामिल थे। दो दिनों में 17 आईआईटी इंक्युबेटर हेड्स के बीच गठजोड़ हुए और 500+ आगंतुक पधारे। समिट के मुख्य आकर्षणों में से एक थी इमैजिन, जोकि भारत की पहली डिजाइन एण्ड कोडिंग हैकाथॉन है। इसके लिये 15,000 से ज्यादा रजिस्ट्रेशंस में से लगभग 300 ऑनसाइट प्रतिभागियों को चुना गया था। उन्होंने विभिन्न थीम्स जैसेकि डिजिटल हेल्थकेयर और शहरों के स्थायी विकास से जुड़े किफायती तकनीकी समाधान विकसित किये थे।
कॉन्फ्रेंस का समापन भारत सरकार की लोकसभा के भूतपूर्व सदस्य जयंत सिन्हा के संचालन में एक विशिष्ट विदाई भाषण से हुआ। समिट की सफलता पर पैनआईआईटी के चेयरमैन देबाशीष भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘पिवोट 2025 काफी सफल रहा। इसमें टेक्नोलॉजी, पॉलिसी तथा बिजनेस की दुनिया के कई दिग्गज एक साथ आए और उन्होंने इस बात पर चर्चा की कि नवाचार किस तरह से हमारे भविष्य को आकार दे रहा है। इन चर्चाओं, स्टार्टअप के लिये जोश से भरा सिस्टम और व्यावहारिक हैकाथॉन की बदौलत लंबे समय के लिये कई साझेदारियां की गईं और कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ भी मिलीं, जिनसे आने वाले वर्षों में बदलाव होगा।’’
पिवोट 2025 के को-चेयर राज नायर ने कहा, ‘‘पिवोट 2025 में हुई शानदार भागीदारी और जुड़ाव वैश्विक प्रभाव के लिये टेक्नोलॉजी की असीम क्षमता दिखाता है। बदलाव लाने वाले इस आयोजन की मेजबानी करने पर हमें गर्व है। इससे नई साझेदारियां हुई हैं और विभिन्न उद्योगों तथा सेक्टर्स में नवाचार को बढ़ावा मिला है।’’
आईआईटी बॉम्बे और आईआईटी जम्मू में बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरमैन और पिवोट 2025 के चेयरमैन डॉ. शरद कुमार सराफ ने कहा, ‘‘पिवोट 2025 वैश्विक सहयोग की बदलाव लाने वाली क्षमता का एक शक्तिशाली प्रमाण है। इसमें दुनियाभर के स्टार्टअप्स और इनोवेटर्स ने साथ आकर सार्थक बदलाव लाने का इरादा जताया है। इस आयोजन ने दिखाया है कि आईआईटी के एलुमनी और भारत में नवाचार का पारितंत्र किस तरह भविष्य को गढ़ने में सबसे आगे है। यह भारत को दुनिया में हो रही तकनीकी क्रांति का नेतृत्व करने के लिये तैयार कर रहा है। हमने सहयोग एवं उद्यमिता को बढ़ावा देना जारी रखा है और आईआईटी भारत को टेक्नोलॉजी तथा नवाचार का पावरहाउस बनाने में एक महत्वपूर्ण् भूमिका निभा रहे हैं।’’
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