MBBS छात्रा ने मदद के लिए PM मोदी को लिखी चिट्ठी, 200 सरकारी कर्मचारियों ने दे दी अपनी एक दिन की सैलरी
गुजरात की एक छात्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद मांगी तो भरूच जिले के कलेक्टर तुषार सुमेरा और अन्य करीब 200 से ज्यादा कर्मचारियों ने अपना एक दिन का वेतन उसे दान कर दिया। दरअसल आलियाबानू को कॉलेज की फीस भरनी थी, इसके लिए उसने पीएम मोदी से मदद मांगी जिसके बाद भरूच जिले के कलेक्टर तुषार सुमेरा और अन्य कर्मचारियों ने उसे अपनी सैलरी डोनेट कर दी। इससे MBBS स्टूडेंट आलियाबानू पटेल की दूसरे सेमेस्टर की 4 लाख रुपए की फीस भरी जा सकेगी।
आलियाबानू के पिता नेत्रहीन हैं। आलियाबानू वड़ोदरा के पारुल विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रही है। वह काफी समय से आर्थिक तंगी से गुजर रही थी। उसने आर्थिक मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और प्रशासन को पत्र लिखा था। पीएम मोदी ने उसे मदद का आश्वासन दिया था। हाल ही में उसकी फीस में करीब चार लाख रुपए कम पड़ रहे थे जब भरुच के कलेक्टर को पता चला तो उन्होंने और साथ में काम कर रहे अन्य कर्मचारियों ने अपनी एक दिन की सैलरी दान कर दी।
पिछले साल 12 मई को, सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के लिए एक कार्यक्रम में पीएम मोदी ने आलिया के नेत्रहीन पिता अय्यूब पटेल से बातचीत की थी। अय्यूब पटेल केंद्र सरकार की राष्ट्रीय वृद्ध पेंशन योजना के लाभार्थियों में से एक थे। पटेल अपनी पत्नी और तीन बेटियों के साथ भरूच के दूधधारा डेयरी ग्राउंड में आयोजित ‘उत्कर्ष पहल’ कार्यक्रम में मौजूद थे। उस समय अय्यूब ने पीएम को बताया था कि ग्लूकोमा के कारण उन्होंने अपने आंखों की रोशनी खो दी। संयोग से उसी दिन 12वीं के परिणाम घोषित हुए थे तो पटेल ने अपनी सबसे बड़ी बेटी आलियाबानू के बारे में बात की।
आलियाबानू को पीएम मोदी से बात करने का मौका मिला, जिन्होंने उसे बधाई दी। आलिया ने पीएम मोदी को बताया था कि वह डॉक्टर बनने की ख्वाहिश रखती हैं। तब पीएम मोदी ने पटेल से कहा था कि अगर उनकी बेटी को सपने को पूरा करने में कोई चुनौती आती है तो वह उनसे संपर्क करें। आलिया का पारुल यूनिवर्सिटी में दाखिला हुआ है और उसकी फीस में 4 लाख रुपए कम पड़ रहे थे। इस पर आलिया ने पीएम मोदी को पत्र लिखा था। इस पत्र के मामले में पीएम मोदी ने कलेक्टर को सूचित किया था।
कलेक्टर ने सभी कर्मचारियों को अपने एक दिन की सैलरी दान करने की बात कही थी। इसके बाद कलेक्टर व अन्य 200 से अधिक सरकारी कर्मचारियों ने आलिया के बेहतर भविष्य के लिए एक दिन की सैलरी दान कर दी थी। कलेक्टर तुषार सुमेरा ने बताया कि छात्रा का भविष्य अच्छा हो, हम सब यही कामना कर रहे हैं। भविष्य में भी इस बच्ची की फीस हम इसी तरह देंगे। वहीं आलिया कि पिता ने पीएम मोदी को धन्यवाद करते हुए कहा कि जो उन्होंने वादा किया था वो पूरा किया।