मीत हेयर ने प्रिंटिंग और स्टेशनरी विभाग की कायाकल्प की योजना को दी हरी झंडी
चंडीगढ़: पंजाब के प्रिंटिंग और स्टेशनरी मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने पिछली सरकारों द्वारा अनदेखे चल रहे प्रिंटिंग और स्टेशनरी विभाग की कायाकल्प करने के निर्देश दिए हैं। नई मशीनों की खरीद करके सभी सरकारी विभागों और संस्थाओं की छपाई का काम सरकारी प्रैस से करना सुनिश्चित बनाया जाएगा। हेयर ने कहा कि आधुनिकता के दौर में प्रिंटिंग की नई तकनीकें आने से नई मशीनरी समय की जरूरत है, जिसके लिए विभाग नई तकनीक की मशीनों की खरीद करे। पटियाला और एस.ए.एस. नगर स्थित सरकारी प्रैस का नवीनीकरण किया जाए। छपाई का मानक ऊंचा उठाने के लिए 1.40 करोड़ रुपए की राशि के साथ मल्टीकलर डिजिटल मशीनें और ऑफसैट मशीनें खरीदी जाएं। अगले बजट सैशन में और नई आधुनिक मशीनें खरीदी जाएं। उन्होंने विभाग के पुनर्गठन की योजना को हरी झंडी देते हुए कहा कि समय की जरूरत के अनुसार तकनीकी विशेषज्ञों की भर्ती की जाए।
बैठक के दौरान इस बात पर भी विचार किया गया कि सरकारी प्रैस पटियाला की जमीन ओ.यू.वी.जी. एल. स्कीम के अंतर्गत पुडा को हस्तांतरित कर दी जाए। इसके एवज में पुडा द्वारा पटियाला में 3 एकड़ जमीन और प्रैस की बिल्डिंग और कुछ क्वार्टर और एस.ए.एस. नगर प्रैस की बिल्डिंग के नवीनीकरण और दोनों प्रैसों में कुछ नई मशीनें स्थापित करने के लिए फंड मुहैया करवाने का प्रस्ताव बनाया जाए। बैठक के दौरान फैसला किया गया कि देश के अन्य राज्य जिनमें प्रिंटिंग और स्टेशनरी विभाग बेहतर काम कर रहा है, वहां के सिस्टम का अध्ययन करके वहां के बेहतर मॉडल को पंजाब में लागू किया जाए। मीत हेयर ने कहा कि विभाग का सारा कामकाज प्रिंटिंग और स्टेशनरी मैनुअल-1975 के उपबंधों के अनुसार किया जाता है परंतु आज के दौर में प्रैस का आधुनिकीकरण और प्रौद्योगिकी काफी आगे निकल गई है, जिसके लिए मैनुअल को अपडेट करने की सख्त जरूरत है। विभाग के काम को और अधिक सुचारू ढंग से चलाने के लिए प्रभावी वैबसाइट बनाई जाए। बैठक में प्रिंटिंग और स्टेशनरी के प्रमुख सचिव वी.के. मीणा, कंट्रोलर पुनीत गोयल और एडीशनल कंट्रोलर आनंद सागर भी मौजूद थे।