मंत्री और अभियंता की दीवार तोड़कर मुझसे मिलिए, अच्छी बातें बताइये : केशव प्रसाद मौर्य
लखनऊ। उपमुख्यमंत्री और लोक निर्माण विभाग के मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि विश्वेश्वरैया द्वार का फीता काटकर आ रहा था तो मुझे बेहद खुशी हो रही थी कि मैंने तय समय में द्वार का कार्य पूरा कर लोकार्पण किया है।
लोनिवि के अभियंता दिवस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पिछले वर्ष भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया जी की जयंती पर आज के दिन ही विश्वेश्वरैया द्वार बनाने का लक्ष्य तय हुआ था। आज उनकी जयंती पर द्वार का कार्य पूरा कर दिखाया गया है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत कुछ नया कार्य भी करना है। जिससे बाहर से कोई व्यक्ति आये तो उसे अच्छी सड़कें तो मिले ही, सुंदर द्वार भी देखने को मिले। सारे कार्यो को लोक निर्माण विभाग को अच्छे पैमाने पर करना है। अभी बन रही मल्टीस्टोरी पार्किंग को ऐसे पूरा करना है कि देखकर लगना चाहिए कि वह शानदार बनी है।
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि 15 सितम्बर को लोक निर्माण विभाग की ओर से उत्तर प्रदेश में गड्ढा मुक्ति का अभियान शुरु करने जा रहे हैं। हम आगे ये प्रयास करेंगे कि हम कौन सी नई तकनीक ला सकते हैं। हर बार इस बात को कहता हूं, अभियंता हो या अवर अभियंता हो, कभी कोई नया काम करने के लिए संकोच नहीं करना है।
जोर देते हुए कहा कि मंत्री और अभियंता की दीवार तोड़कर मुझसे मिलिए, अच्छी बातें बताइये और उस पर कार्य किया जायेगा। अभियंता दिवस पर एक परम्परा अच्छे कार्य करने वाले अभियंताओं को देने की होनी चाहिए। प्रदेश में 10 वीं पास करने वाले छात्रों के नाम पर सड़कें बनी, मेजर ध्यान चंद्र के नाम पर सड़कें बनायी और शहीदों के नाम पर कई सड़कें बनी है।
केशव प्रसाद ने किया विश्वेश्वरैया द्वार का लोकार्पण
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती अभियंता दिवस के अवसर पर लोक निर्माण विभाग के विश्वेश्वरैया द्वार का लोकार्पण किया। लोक निर्माण विभाग का मुख्य द्वार एक वर्ष पहले बनना शुरु हुआ था और तय समय एक वर्ष की अवधि में बनकर तैयार हुआ।
विश्वेश्वरैया द्वार और लोनिवि की बाउण्ड्रीवाल कार्य को 108.96 लाख रुपये में कराया गया है। इसकी कार्यदायी संस्था उप्र राजकींय निर्माण निगम लिमिटेड है। विश्वेश्वरैया द्वार की कुल चौड़ाई 13.98 मीटर और कुल उंचाई 11.20 मीटर, द्वार के अंदर की चौड़ाई 9 मीटर व उंचाई 6.8 मीटर, द्वार के लिए बने खम्भे की उपरी सतह पर दो डोम हैं। द्वार के उपर मध्य भाग में डा.एम.विश्वेश्वरैया की 1.20 मीटर प्रतिमा बनायी गयी है। द्वार की सुंदरता के लिए सफेद मार्बल की जाली और स्पॉट लाईट भी लगी है।