नई दिल्ली : दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में एक यूपीएससी कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से पिछले सप्ताह हुई तीन छात्रों की मौत के मामले में दिल्ली सरकार के मंत्री यूपीएससी अभ्यर्थियों के साथ बैठक कर रहे हैं। इस बैठक में दिल्ली में कोचिंग सेंटर्स को रेगुलेट करने के लिए प्रस्तावित कानून पर चर्चा हो रही है। बैठक में छात्रों के अलावा दिल्ली सरकार की शिक्षा मंत्री आतिशी, शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज और कैबिनेट मंत्री गोपाल राय और दिल्ली की मेयर डॉ शैली ओबेरॉय मौजूद हैं।
इससे पहले छात्र अपनी मांगों के न माने जाने को लेकर भूख हड़ताल करने का ऐलान कर चुके हैं। आईएएनएस से बात करते हुए एक छात्रा ने बताया था कि जब भी हमारी बात पुलिस अधिकारियों से हुई तो उन्होंने यही कहा कि आपकी सारी मांगे मान ली गई हैं। लेकिन हमारी मांगों पर कोई पुख्ता कदम नहीं उठाया गया, इसलिए अब हम लोग अब अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर जा रहे हैं। हम भूख हड़ताल से तब तक नहीं हटेंगे जब तक उपराज्यपाल से हमारी एक और मींटिंग नहीं हो जाती। उनके साथ मीटिंग के माध्यम से ही हम अपनी मांगों को रखेंगें। इसके बाद हम यह देखेंगे कि जो हमारी पहले की मांगें हैं उनका क्या हुआ? क्या वह पूरी हुईं? या कोई काम शुरू हुआ। हम इस बार छात्रों के मिश्रण का डेलीगेशन लेकर राज्यपाल से मिलने जाएंगे जहां अपनी मांगों को रखेंगे।
बता दें कि 27 जुलाई (शनिवार) को दिल्ली में ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके स्थित राऊ कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया था। इसमें डूबने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई थी। इन छात्रों की पहचान तानिया सोनी, श्रेया यादव और नवीन डेल्विन के रूप में हुई। तानिया सोनी का संबंध बिहार से ही था। वो बिहार के औरंगाबाद की रहने वाली थी। दिल्ली वो आईएएस बनने का सपना लिए आई थी और इसी को पूरा करने के लिए जी जान से जुटी थी।