धोखाधड़ी : ठेका दिलाने के नाम पर व्यापारी से ठगे सवा करोड़ रुपये
लखनऊ: मुम्बई मेट्रो में जनरेटर सप्लाई का ठेका दिलाने का झांसा देकर व्यापारी से सवा करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई। पीडि़त ने आशियाना थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। रुचिखण्ड निवासी प्रवीण प्रताप सिंह की शक्ति बिल्डवेल के नाम से फर्म है।
परिचित रितेश श्रीवास्तव ने उनकी मुलाकात गौरव सिंह से कराई थी। जो बिजली पोल सप्लाई करता है। प्रवीण के अनुसार बातचीत के दौरान गौरव ने मुम्बई मेट्रो फर्नीशिंग और इलेक्ट्रिक उपकरण आपूर्ति का ठेका जे.कुमार फर्म को मिलने की बात कही थी। गौरव ने दावा किया कि मुम्बई मेट्रो का ठेका लेने वाली फर्म के साथ जुड़ कर काम किया जा सकता है। बातचीत के बाद गौरव को मुम्बई का काम देखने का जिम्मा दिया गया।
सितंबर 2019 में सिविल काम कराने के लिए 40 लाख रुपये प्रवीण ने गौरव सिंह को दिए थे। कुछ दिनों बाद गौरव दोबारा से प्रवीण के घर पहुंचा। उसने जनरेटर सप्लाई करने का ठेका मिलने की बात कही। जिसके बाद प्रवीण की पहचान ग्लोबल फर्म के मालिक वाईपी सिंह से कराई गई। दो जनरेटर का सौदा एक करोड़ 37 लाख में तय हुआ। गौरव ने वर्क आर्डर भी दिखाया।
जिसके आधार पर प्रवीण ने वाईपी सिंह की ग्लोबल फर्म को एक करोड़ 37 लाख रुपये का भुगतान कर दिया। खाते में रुपये ट्रांसफर होने के बाद गौरव ने जनरेटर मुम्बई पहुंचने की जानकारी दी। इस बीच प्रवीण को फर्जी वर्क आर्डर बनाये जाने का पता चला। उन्होंने रितेश श्रीवास्तव से गौरव के साथ मुम्बई जाकर छानबीन करने को कहा। प्रवीण के मुताबिक मुम्बई पहुंचने के बाद गौरव बहाना बना कर फरार हो गया।
रितेश ने जे.कुमार फर्म के दफ्तर पहुंच कर पड़ताल की तो उन्होंने गौरव और वाईपी सिंह को जनरेटर सप्लाई का ठेका दिए जाने से मना कर दिया। जिसके बाद प्रवीण ने डीसीपी पूर्वी को घटना की जानकारी दी। इंस्पेक्टर केके तिवारी ने बताया कि वाईपी सिंह और गौरव सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
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