अगले महीने बदलेगी बुध की चाल, इन 5 राशि वालों को रहना होगा सावधान
नई दिल्ली : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर ग्रह का अपना महत्व है। ग्रहों की हर चाल राशिचक्र कि सभी राशियों पर शुभ और अशुभ प्रभाव डालता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 7 जून को बुध वृषभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। सभी ग्रहों में बुध को ग्रहों का राजकुमार माना गया है। बुध ग्रह बुद्धि, करियर,कारोबार आदि का कारक ग्रह है। अगर बुध किसी जातक की कुंडली में मजबूत स्थिति में होता है तो वह व्यक्ति को शुभ परिणाम प्रदान करता है। ऐसे में इस दौरान कुछ राशि वालों के लिए अच्छा समय है। वहीं,कुछ राशि के जातकों को इस दौरान हाई एलर्ट रहने की जरूरत है। आइये जानते हैं किन राशियों को बुध गोचर के दौरान सावधान रहने की ज़रूरत है।
मेष राशि के जातकों के लिए, बुध तीसरे और छठे भाव का स्वामी है और वृष राशि में बुध के गोचर के दौरान दूसरे भाव में रहता है। इस गोचर के दौरान जातकों को अपने प्रियजनों के साथ सावधानी बरतने की ज़रूरत है क्योंकि तर्क-वितर्क की संभावना हो सकती है। मेष राशि के जातकों के करियर के पहलू पर विचार करें तो इस गोचर के दौरान जातक अपने कार्यक्षेत्र में उन्नति नहीं कर पाएंगे। व्यवसाय करने वाले जातकों के नुकसान होने की भी संभावना हो सकती है। इस गोचर के दौरान इन जातकों को आर्थिक हानि का सामना करना पड़ सकता है।
मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध पहले और चौथे भाव का स्वामी है और यह बारहवें भाव में स्थित है। मिथुन राशि के जातकों के लिए परिवार और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इस गोचर के दौरान इन जातकों को अधिक ख़र्चे उठाने पड़ सकते हैं। कार्यक्षेत्र में भी परेशानी आना सम्भव है। कार्यक्षेत्र में अधिकारी परेशान कर सकते हैं । व्यापार में हानि उठानी पड़ सकती है।अधिक खर्चों के कारण, इस राशि के जातक बैंकों से पैसा उधार ले सकते हैं ।
कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और बारहवें भाव का स्वामी है और इसकी स्थिति एकादश भाव में है। वृष राशि में बुध के गोचर के दौरान कर्क राशि को धन हानि की सम्भावना हो सकती है। करियर के मोर्चे पर, जातकों को अपने काम में अच्छे और बुरे दोनों परिणाम मिल सकते हैं। कुछ जातकों को इस दौरान अपनी नौकरी से भी हाथ धोना पड़ सकता है। स्वास्थ्य के मोर्चे पर, इस राशि के जातकों को कुछ मामूली स्वास्थ्य समस्याओं जैसे नाक बंद होना और गले से संबंधित संक्रमण का सामना करना पड़ सकता है। एकादश भाव से बुध की दृष्टि चतुर्थ भाव पर है और इस वजह से इन जातकों के करियर, बदलाव और परिवार में और भी अप्रत्याशित बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
सिंह राशि के जातकों के लिए, बुध दूसरे और एकादश भाव का स्वामी है और दसवें भाव में विराजमान है। वृष राशि में बुध का गोचर इस समय के दौरान समृद्धि देखने के लिए जातकों के लिए बहुत अच्छा नहीं हो सकता है और भाग्य पक्षधर नहीं हो सकता है। इन जातकों के लिए यह आवश्यक हो सकता है कि वे बड़े निर्णय लेने से बचें। करियर के मोर्चे पर इस समय के दौरान जातकों को परेशानी हो सकती है। जो जातक व्यापार कर रहे हैं उनके लिए लाभ में कमी आ सकती है। इस गोचर के दौरान जातक जो भी प्रयास करेंगे वह अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सक्षम नहीं हो पाएंगे। आर्थिक पक्ष में जातकों को इस दौरान ख़र्चे और नुकसान दोनों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा इन जातकों के लिए बेहतर होगा कि वे निवेश जैसे बड़े फैसले लेने से बचें। जीवनसाथी के साथ अच्छा तालमेल नहीं रहेगा । इस समय के दौरान जातकों को गले से संबंधित समस्याएं, त्वचा की एलर्जी आदि का सामना करना पड़ सकता है।