केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने बुधवार को कहा कि गंगा और यमुना की सफाई का मिशन पूरा होने के बाद देश-दुनिया की अन्य नदियां भी #MeToo का आह्वान करेंगी. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि नदी और महिलाओं के आगे बढ़ने में कोई रुकावट नहीं होनी चाहिए.
हाल के दिनों में यौन उत्पीड़न और यौन हिंसा के खिलाफ सोशल मीडिया पर #MeToo के नाम से कैंपेन चल रहा है. इसमें देश के विभिन्न क्षेत्रों की कई हस्तियों के नाम आने के बाद भूचाल सा आ गया है. गंगा के लिए न्यूनतम प्रवाह पर एक सरकारी अधिसूचना का जिक्र करते हुए भारती ने कहा कि जब तक दुनिया के सबसे बड़े जलाशयों में से एक इस नदी की समस्याएं समझी नहीं जातीं, उसकी दुश्वारियों का निवारण नहीं हो सकता है.
उन्होंने कहा, ‘नदियों को बचाने के लिए देश में यह एक अहम परिघटना है. यह गंगा और यमुना से शुरू होगी और तब देश और विदेश की अन्य नदियां भी #MeToo का आह्वान देंगी यानी मेरे लिए भी आंदोलन शुरू करो.’
उमा ने कहा कि नितिन गडकरी जी ने यह कार्यक्रम शुरू किया है और सभी नदियां ‘मी टू’ कहने लगेंगी. हम भी ऐसी ही अधिसूचना चाहते हैं. नदी और महिलाओं के आगे बढ़ने में कोई रुकावट नहीं होनी चाहिए. यही संकल्प आज लिया जा रहा है. इस कार्यक्रम में गडकरी भी मौजूद थे. विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर के ‘मी टू’ अभियान में घिर जाने के बारे में पूछे जाने पर गडकरी ने कोई जवाब नहीं दिया. इससे पहले उमा भारत ने कैंपेन को तो सही बताया लेकिन एमजे अकबर के बारे में पूछे गए सवाल को टाल दिया.