धनबाद: शहीद निर्मल महतो मेमोरियल कॉलेज एवं अस्पताल के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद डॉक्टर और कर्मचारी काम पर लौट आए हैं। जिला प्रशासन की ओर से काम से हटाए गए आउटसोर्सिंग कर्मचारी पर केस करने के निर्देश के बाद डॉक्टर और कर्मचारी माने। इससे पहले माइक्रोबायोलॉजी के डॉक्टर और कर्मचारियों ने शिकायत लेकर कॉलेज के प्राचार्य डॉ ज्योति रंजन से मिले। प्राचार्य ने मामले की जानकारी उपायुक्त संदीप कुमार सिंह और एडीएम लाइन आर्डर कुमार ताराचंद को दी। माइक्रोबायोलॉजी मैं काम ठप होने की सूचना के बाद जिला प्रशासन भी रहे हो गया। इसके बाद चिकित्सक और कर्मचारियों को आश्वासन देकर मामला शांत कराया गया।
पहली पाली में सैंपल कि नहीं हो पाई जांच
माइक्रोबायोलॉजी विभाग के दफ्तर और कर्मचारियों के काम नहीं करने के कारण पहली पाली में सैंपल की जांच, स्वाब कलेक्शन सुबह 9:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक पूरी तरह बाधित रहा। आउटसोर्सिंग एजेंसी को जिला प्रशासन ने फटकार लगाई। बताया जाता है आरोपित कर्मचारी को हटाने की अनुशंसा कमेटी ने की थी। इसके बावजूद एजेंसी कर्मचारी को नहीं हटा रहा था। जिला प्रशासन के कड़े रुख के बाद अखिल कर एजेंसी ने अपनी गलती स्वीकार करके और कर्मचारी को हटाया।
जांच रिपोर्ट के लिए परेशान रहे लोग
इस दौरान माइक्रोबायोलॉजी विभाग में किसी भी प्रकार की जांच नहीं हो पाई। रिपोर्ट लेने आए लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। रिपोर्ट लेने के लिए काफी संख्या में लोग माइक्रोबायोलॉजी विभाग में आए। कई युवकों ने बताया कि उसे मुंबई, दिल्ली कई जगहों पर जाना है। लेकिन पता चला यहां सुबह का सैंपल जांच नहीं किया गया है। हालांकि दोपहर के बाद माइक्रोबायोलॉजी विभाग की ओर से जांच प्रक्रिया तेज कर दी गई। इसके बाद रिपोर्ट लोगों को दी जाने लगी है।