उत्तर प्रदेश में गठित होगा माइग्रेशन कमीशन: योगी आदित्यनाथ
कामगारों व श्रमिकों को मिलेगा रोजगार व सामाजिक सुरक्षा की गारन्टी
लखनऊ (राघवेन्द्र प्रताप सिंह): उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कामगारों व श्रमिकों को सेवायोजित करने एवं स्वरोजगार आदि सम्बन्धी उनकी अन्यान्य समस्याओं के निस्तारण के लिए एक माइग्रेशन कमीशन गठित करने की रूपरेखा प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि ऐसी कार्य योजना तैयार की जाए, जिससे कामगारों व श्रमिकों को जॉब सिक्योरिटी मिल सके। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में आने वाले हर प्रवासी कामगार व श्रमिकों को रोजगार मिले, उनकी बराबर सामाजिक भागीदारी सुनिश्चित हो। इसके लिए माइग्रेशन कमीशन का गठन किया जा रहा है। कोरोना महामारी के इस संक्रमण काल में हर प्रवासी को सुरक्षित लाना प्रदेश सरकार की पहली प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि माइग्रेशन कमीशन के तहत कामगारों व श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराकर इन्हें सामाजिक सुरक्षा की गारन्टी दी जाएगी। इसके तहत कामगारों व श्रमिकों की स्किल मैपिंग करते हुए उनका सारा ब्योरा इकट्ठा किया जाएगा। इसके बाद उन्हें रोजगार मुहैया कराकर मानदेय दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग तथा दुग्ध समितियों इत्यादि में इन्हें बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध कराया जा सकता है। उन्होंने कामगारों व श्रमिकों को राज्य स्तर पर बीमा का लाभ देने की व्यवस्था करने के निर्देश देते हुए कहा कि इससे इनका जीवन सुरक्षित हो सकेगा।
पीएम आर्थिक पैकेज में किराए के मकानों की योजना बनाकर भेजने के निर्देश
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज के तहत आवास निर्माण के लिए केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजने के निर्देश देते हुए इस पैकेज में किराए का मकान देने की योजना को भी शामिल करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि आवास योजना के तहत किराए पर मकान उपलब्ध कराने की व्यवस्था से जरूरतमंदों को कम किराए पर आवास उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने कहा कि पीएम आर्थिक पैकेज के तहत उत्तर प्रदेश को पूरा लाभ मिले, इसके लिए कार्य योजना बना ली जाए।
अब तक 23 लाख कामगारों व श्रमिकों को प्रदेश वापस लाया गया
मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से अब तक 23 लाख कामगारों व श्रमिकों को प्रदेश वापस लाया गया है। राज्य सरकार इन सभी की सुरक्षित व सम्मानजनक वापसी के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य वापस आने वाले सभी श्रमिकों व कामगारों की स्क्रीनिंग कर उन्हें आवश्यकतानुसार क्वारंटीन सेन्टर अथवा होम क्वारंटीन पर भेजा जाए। होम क्वारंटीन जाने वाले श्रमिकों व कामगारों को खाद्यान्न किट अवश्य दी जाए तथा इनके राशन कार्ड भी बनाए जाएं। साथ ही, इन्हें होम क्वारंटीन के दौरान 1,000 रुपए का भरण-पोषण भत्ता भी उपलब्ध कराया जाए।
मुख्यमंत्री ने ईद की दी बधाई ‘घर पर ही ईद’ मनाने कि अपील
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ईद-उल-फ़ित्र के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ईद-उल-फ़ित्र का त्यौहार खुशी और मेल-मिलाप का सन्देश लेकर आता है। खुशियों का यह त्यौहार सामाजिक एकता को मजबूत करने के साथ ही आपसी भाईचारे की भावना को बढ़ाता है। यह पर्व अमन-चैन और सौहार्द का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि ईद के पर्व पर सभी को सद्भाव तथा सामाजिक सौहार्द को और सुदृढ़ करने का संकल्प लेना चाहिए।
इसी के साथ मुख्यमंत्री ने लोगों से लाॅकडाउन तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन करते हुए घर पर ही नमाज़ पढ़ने और ईद मनाने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि कल ईद है, इसके मद्देनजर पुलिस व प्रशासन संयुक्त रूप से पेट्रोलिंग करें। कोरोना संक्रमण के कारण ईद पर कोई समारोह आयोजित न किया जाए। सभी मुस्लिम भाई स्वयं को इस संक्रमण से बचाते हुए घर पर ही ईद मनाएं।