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शिप्रा नदी को प्रदूषण मुक्त कराने धरने पर बैठे साधु-संतो को मंत्री ने मनाया

उज्जैन: मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में मोक्षदायिनी शिप्रा नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे साधु-संतों व समाजसेवियों को उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने आश्वासन देकर मना लिया है।

दत्त अखाड़ा पर संत समाज के साथ-साथ अन्य समाजसेवियों के द्वारा मोक्षदायिनी शिप्रा नदी के जल को स्वच्छ, निर्मल व प्रदूषणमुक्त कराने के लिये धरने पर बैठे थे। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने धरना को आश्वासन देकर स्थगित कराया। साथ ही भरेासा दिलाया कि शिप्रा नदी हम सबके लिये महत्वपूर्ण है। इसके लिये शासन-प्रशासन और सबके सहयोग से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा कर कोई ठोस हल निकालेंगे।

यादव ने बताया कि खान नदी के गन्दे पानी को शुद्ध करने के लिये इन्दौर जिला प्रशासन एवं मंत्री तुलसी सिलावट से चर्चा कर फिल्टर प्लांट लगाकर उस पानी को अन्य जगह स्थानांतरित करने की योजना तैयार की जायेगी। इसी तरह देवास जिला प्रशासन से भी चर्चा की जायेगी। वहीं उज्जैन जिला प्रशासन एवं शासन के सहयोग से ठोस कार्यवाही हेतु योजना तैयार की जायेगी, ताकि शिप्रा नदी में गन्दा पानी न मिल सके।

उन्होंने कहा कि शिप्रा नदी में शुद्ध पानी के लिये इन्दौर, देवास एवं उज्जैन जिला प्रशासन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। जो अच्छा हो सकेगा, वह हम सब मिलकर प्रयास करेंगे। त्रिवेणी के समीप पक्का डेम बनाने पर भी कार्यवाही की जायेगी।

कलेक्टर आशीष सिंह ने संत समाज आदि को आश्वस्त किया है कि खान नदी के गन्दे पानी के लिये विषय विशेषज्ञों से चर्चा कर योजना तैयार की जायेगी, जो सार्थक हो सके। आने वाले समय में उज्जैन शहर के गन्दे नालों का पानी शिप्रा में न मिले, इस पर तेजी से कार्य चल रहा है।

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