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MNS के तरीके से सेना नाराज, कहा- राजनीति में फौज को न घसीटें

mns1477195734_bigकरण जौहर की फिल्म ऐ दिल है मुश्किल को लेकर चल रहे विवाद पर अब एक नया मोड़ आ गया है। भारतीय सेना ने सेना कल्याण कोष में पांच करोड़ रुपये का योगदान लेने से मना कर दिया है। दरअसल मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा था कि अगर कोई फिल्म निर्माता अपनी फिल्म में पाकिस्तानी कलाकार को लेता है तो उसे सेना कल्याण कोष में पांच करोड़ रूपये का योगदान करना होगा।

सेना के कुछ सेवारत और रिटायर्ड अधिकारियों ने हमारे सहयोगी अखबार हिन्दुस्तान टाइम्स को बताया कि सेना एक ‘गैर राजनीतिक और धर्मनिरपेक्ष और संगठन है और राजनीतिक फायदा उठाने के लिए इसके नाम का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। 

उत्तरी कमांड के पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल बीएस जसवाल ने कहा कि सेना कल्याण कोष के लिए भीख नहीं मांगती है। अगर कोई फिल्म निर्माता सेना कल्याण कोष में योगदान देना चाहता है तो वह अन्य भारतीय नागरिकों की तरह दे सकता है। लेकिन इस तरह से लिये पैसों को सेना स्वीकार नहीं करेगी। 

जसवाल ने ये भी कहा कि अगर मामला संवेदनशील है तो इस पर अंतिम फैसला सरकार को लेना चाहिए। इस मामले से सेना को दूर रखना चाहिए। 
 
दरअसल सेना का ये बयान तब आया है जब करण जौहर की फिल्म ऐ दिल है मुश्किल की रिलीज को लेकर विवाद चल रहा था। इस फिल्म में पाक कलाकारों के होने की वजह से मनसे ने इसकी रिलीजिंग रोकने का फैसला किया था। लेकिन फिर कई दौर की बातचीत के बाद मामला सुलझ गया  और राज ठाकरे ने दिवाली पर फिल्म की रिलीजिंग  को लेकर विरोध से पीछे हट गए।  

करण जौहर की फिल्म ‘एे दिल है मुश्किल’ में पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान के कारण इस फिल्म का मनसे द्वारा विरोध किया जा रहा था। मनसे ने इस फिल्म को रिलीज ना होने की धमकी भी दी थी। लेकिन अब इस फिल्म की रिलीज का रास्ता साफ हो गया है।

शनिवार को इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की मध्यस्थता में मनसे प्रमुख राज ठाकरे और फिल्म निर्माता के बीच बातचीत हुई। जिसके बाद मनसे ने फिल्म के खिलाफ विरोध प्रदर्शन वापस लेने का निर्णय लिया है।

ठाकरे ने बताया कि मनसे ने तीन शर्तों पर विरोध का फैसला वापस लिया है जो पाकिस्तानी अभिनेताओं के साथ काम करने वाले फिल्म निर्माताओं ने मान लिया है। इसमें सेना कल्याण कोष में पांच करोड़ रूपये का योगदान देना भी शामिल है। इसके साथ करण जौहर ने फिल्म में सबसे पहले एक पट्टी चलाने को कहा है, जिसमें शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।

एक बैठक के बाद भट्ट ने बताया था कि प्रोडयूसर गिल्ड ने मांग को मान लिया है। संवादाताओं के साथ बातचीत में ठाकरे ने कहा, मुझे बताया गया है कि मनसे की सभी तीन मांगें निर्माताओं ने मान ली गयी है। फिल्म शुरू होने से पहले उरी और पठानकोट हमलों सहित विभिन्न आतंकी हमलों में शहीद होने वाले जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करना होगा।

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