मोदी कैबिनेट 3.0 : ज्यादातर पुराने चेहरे, मनोहर लाल, चिराग, नायडू पहली बार बने मंत्री…
नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी ने रविवार शाम तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नरेंद्र मोदी को राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाई। प्रधानमंत्री के उपरांत उनकी कैबिनेट के सदस्यों ने भी मंत्री पद की शपथ ली।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मोदी मंत्रिमंडल का हिस्सा बने हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद करनाल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीता। सहयोगी दल जनता दल सेक्युलर के एचडी कुमार स्वामी को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। वह कर्नाटक के मांड्या से सांसद हैं। कुमार स्वामी दो बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
चिराग पासवान भी इस बार केंद्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा हैं। मोदी मंत्रिमंडल 3.0 में ज्यादातर उन सांसदों को मौका दिया गया है, जो पिछली सरकार में भी मंत्री थे। उत्तर मुंबई से सांसद चुने गए पीयूष गोयल ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली। पीयूष गोयल पिछली सरकार में वाणिज्य व उद्योग मंत्री थे। पीयूष गोयल के बाद धर्मेंद्र प्रधान ने केंद्रीय मंत्री पद की शपथ ली। धर्मेंद्र प्रधान ओडिशा के संबलपुर से लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे हैं। पिछली सरकार में वह केंद्रीय शिक्षा मंत्री थे।
मंत्रिमंडल में जीतन राम मांझी को भी शामिल किया गया है। मांझी, बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और फिलहाल अपनी पार्टी के इकलौते सांसद हैं। उन्होंने बिहार की गया लोकसभा सीट से चुनाव जीता है। वह पहली बार केंद्रीय मंत्री बने हैं। माझी के उपरांत जनता दल यूनाइटेड के कोटे से राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने केंद्रीय मंत्री की शपथ ली। मुंगेर से लोकसभा चुनाव जीते ललन सिंह, नीतीश कुमार के नजदीकी नेताओं में हैं। वह जदयू के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
भाजपा के सांसद सर्बानंद सोनोवाल ने केंद्रीय मंत्री पद की शपथ ली है। सोनोवाल असम के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और उन्होंने डिब्रूगढ़ सीट से लोकसभा चुनाव जीता है। मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से लगातार जीत का रिकॉर्ड बनाने वाले डाॅ. वीरेंद्र कुमार भी मंत्रिमंडल का हिस्सा बने हैं। वीरेंद्र कुमार 1996 से लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं। वह भी पिछली केंद्र सरकार में मंत्री थे। प्रल्हाद जोशी को भी फिर से केंद्रीय कैबिनेट में शामिल किया गया है। ओडिशा से लोकसभा चुनाव जीतने वाले जुएल उरांव केंद्रीय मंत्री बने हैं। वह छह बार लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं।
तेलुगु देशम पार्टी के कोटे से 36 वर्षीय राम मोहन नायडू को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। पहली बार केंद्रीय मंत्री बने राम मोहन नायडू श्रीकाकुलम से लोकसभा सांसद हैं। वह तेलुगू देशम पार्टी के महासचिव होने के साथ-साथ टीडीपी के वरिष्ठ नेता रहे येरेन नायडू के पुत्र हैं। बिहार की बेगूसराय सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे गिरिराज सिंह ने भी केंद्रीय मंत्रीपद की शपथ ली। पिछली सरकार में रेल मंत्री रहे अश्विनी वैष्णव को केंद्रीय मंत्री बनाया गया है। वह 1994 बैच के आईएएस ऑफिसर रह चुके हैं।
अश्विनी वैष्णव के उपरांत मध्य प्रदेश के गुना से लोकसभा सांसद चुने गए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंत्री पद की शपथ ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र यादव भी केंद्रीय मंत्री बनाए गए हैं। वह भाजपा के महत्वपूर्ण रणनीतिकारों में शामिल हैं और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भी रहे हैं। राजस्थान से जीतकर आए गजेंद्र सिंह शेखावत, झारखंड की अन्नपूर्णा देवी, अरुणाचल प्रदेश से सांसद बने किरेन रिजिजू, राज्यसभा सांसद हरदीप सिंह पुरी, डाॅ. मनसुख मांडविया, जी. किशन रेड्डी, सीआर पाटिल केंद्रीय मंत्री बने हैं।
गुरुग्राम से सांसद राव इंद्रजीत सिंह, उधमपुर से सांसद जितेंद्र सिंह, अर्जुन राम मेघवाल, प्रताप राव जाधव व जयंत चौधरी ने स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री की शपथ ली है।