यूपी में ठीक हो रहे ज्यादा कोरोना मरीज
प्रदेश में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 69.36 प्रतिशत जो राष्ट्रीय औसत से अधिक
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश के बताया कि प्रदेश में 6,869 कोरोना के मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 17,221 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 69.36 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत 59.43 से अधिक है। इस प्रकार उत्तर प्रदेश में देश के औसत से ज्यादा मरीज ठीक हो रहे हैं।
एनसीआर क्षेत्र में होगी कड़ी निगरानी
अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एन0सी0आर0 के जनपदों में आवागमन पर पूरी सतर्कता रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि एन0सी0आर0 के जनपदों में सावधानी बरतकर कोविड-19 के प्रसार को रोका जा सकता है। उन्होंने मेरठ मण्डल के समस्त जनपदों में 10 दिवसीय सघन सर्विलांस अभियान को प्रभावी ढंग से संचालित किए जाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि यह अभियान पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर संचालित किया जाए। अभियान की सफलता के लिए ग्राम पंचायत तथा वॉर्ड वार मेडिकल स्क्रीनिंग टीम का गठन करते हुए घर-घर जाकर मेडिकल स्क्रीनिंग की जाए। इस कार्य के लिए मेरठ मण्डल में 15 हजार टीम गठित की जाएं। उन्होंने मेरठ मण्डल में आवश्यकतानुसार चिकित्सा कर्मियों की संख्या में वृद्धि किए जाने के निर्देश भी दिए हैं।
मेरठ मंडल में सघन सर्विलांस अभियान
अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया है कि मेरठ मण्डल में 2,375 ग्रामीण एवं 1,516 शहरी निगरानी समितियां गठित की गयी है। इसके अतिरिक्त 7,585 सर्विलांस टीम लगाई गयी है। जिन्हें बढ़ाकर शीघ्र 15,000 किये जाने का प्रयास है। मेरठ मण्डल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा 50,000 अतिरिक्त किट एन्टीजन टेस्ट हेतु भेजी गयी है।
उन्होंने बताया कि मेरठ मण्डल मे कुल 804 कोविड हेल्प डेस्क स्थापित की गयी है। गौतमबुद्धनगर में 121, गाजियाबाद 135, मेरठ 233, बागपत 80, बुलन्दशहर 138 तथा हापुड़ में 97 कोविड हेल्प डेस्क स्थापित की गयी है।
कोविड हेल्प डेस्क साबित होगी मजबूत कड़ी
अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोडऩे में कोविड हेल्प डेस्क एक मजबूत कड़ी सिद्ध होगी। इसके दृष्टिगत सभी सरकारी एवं निजी संस्थानों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना को प्राथमिकता प्रदान करते हुए इनका सुचारु संचालन सुनिश्चित किया जाए।
इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि कोविड हेल्प डेस्क में इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स ऑक्सीमीटर अवश्य उपलब्ध रहे तथा हेल्प डेस्क पर कार्यरत कर्मियों के लिए मास्क, ग्लव्स तथा सेनिटाइजर की व्यवस्था हो।