मैसूर (कर्नाटक) । मैसूर में भव्य पैमाने पर मनाए जाने वाले दशहरा उत्सव का बुधवार को विजयदशमी के अवसर पर प्रतिष्ठित ‘जंबो सवारी’ के साथ समापन हो गया। अधिकारियों ने दावा किया कि लगभग पांच लाख लोगों ने ‘जंबो सवारी’ (हाथी जुलूस) और अन्य उत्सव देखे। समापन दिवस के समारोह को चिह्न्ति करने के लिए, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मैसूरु पैलेस के उत्तरी द्वार पर नंदी ध्वज पूजा की।
दो साल के कोविड के अंतराल के बाद, सत्तारूढ़ भाजपा ने इस साल दशहरा उत्सव को बड़े पैमाने पर मनाने का फैसला किया था। राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने वाले विशेष प्रकाश व्यवस्था के साथ पूरे शहर को सजाया गया था। दशहरा उत्सव का उद्घाटन 26 सितंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया था, जिन्होंने मैसूर में चामुंडी पहाड़ियों के ऊपर देवी चामुंडेश्वरी को पुष्पांजलि अर्पित की थी।
दो साल के प्रतिबंधित उत्सव के बाद हाथी जुलूस का आयोजन किया गया था। मैसूर के अंबा विलास पैलेस से बन्नीमंतप ग्राउंड तक 5 किमी की दूरी तय करके भव्य जुलूस निकाला गया।