चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जिला रेवाडी और पलवल में ग्रामीण विकास कार्यों के तहत 12 करोड़ रुपए से अधिक की लागत के 2 नए प्रोजेक्ट को प्रशासनिक स्वीकृति दी है। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि स्वीकृत कार्यों में जिला रेवाड़ी के रोहराई, कोसली में नहर आधारित औद्योगिक वॉटर वर्क्स और फ्रेश वॉटर हेतु पंपिंग स्टेशन का निर्माण शामिल है। इसकी अनुमानित लागत 10.43 करोड़ रुपए है। इसके अलावा, जल आपूर्ति योजना में सुधार के लिए गांव पचंका तहसील हथीन, जिला पलवल में 100 केएल क्षमता का यूजीटी का निर्माण करने सहित 2 ट्यूबवेलों की स्थापना और वितरण पाइप लाइन बिछाने का कार्य किया जाएगा। जिस पर लगभग 2.27 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
प्रवक्ता ने बताया कि गांव रोहराई को वर्तमान में गांव रोझुवास, रेवाडी से नहर आधारित योजना के माध्यम से पेयजल आपूर्ति प्रदान की जाती है। वर्तमान जल आपूर्ति की स्थिति 52 एलपीसीडी (प्रतिदिन प्रति व्यक्ति लीटर पानी) है। जो कि वॉटर वर्क्स से दूरी को देखते हुए मौजूदा मांग के अनुसार पर्याप्त नहीं है। उन्होंने बताया कि रोहराई गांव में 70 एलपीसीडी की दर से पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए गांव के भीतर एक स्वतंत्र नहर आधारित वाटर वर्क्स का निर्माण किया जाएगा। इसके पूरा होने से स्थायी पेयजल आपूर्ति उपलब्धता के साथ-साथ रोहराई गांव में ग्रामीणों को कई लाभ मिलेंगे।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्वीकृत परियोजना को जल्द से जल्द शुरू करने और परियोजनाओं को निश्चित समयावधि में पूरा करने के लिए समय सीमा निर्धारित करने का निर्देश दिया है। प्रवक्ता ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में पाइप जलापूर्ति सुविधा उपलब्ध कराने में हरियाणा अग्रणी है। पेयजल आपूर्ति योजनाएं मुख्य रूप से ट्यूबवेल/सतह स्रोतों और रैनीवेल्स पर आधारित हैं। निजी पानी कनेक्शन की सुविधा के लिए गांवों में वितरण प्रणाली भी स्थापित है। उन्होंने बताया कि हरियाणा देश का तीसरा राज्य है, जहां ग्रामीण क्षेत्र के हर परिवार को अपने घर में नल से साफ पानी मिलना शुरू हो गया।