रायपुर : 8 से 9 साल पहले जब वे विदिशा के पुलिस विभाग में पदस्थ नहीं थे तब उनके गांव से तीन-चार किलोमीटर दूर तीन साल की बच्ची से 15 साल के युवा ने बलात्कार कर फरार हो गया था। तब से उन्होंने यह ठान लिया था कि युवाओं को इंटरनेट पर परोसे जाने वाले अश्लील फिल्मों पर रोक लगाने के लिए एक मुहिम छेड़ा जाए और उन्होंने इसकी शुरूआत आजादी के 75वें वर्ष स्वतंत्रता दिवस के दिन विदिशा से सायकिल यात्रा की शुरूआत की और इस दौरान वे रोजाना 80 से 100 किलोमीटर की यात्रा कर रहे है और जहां भी वे रुकते हैं वहां वे लोगों से कहते हैं कि इंटरनेट के माध्यम से वे अश्लील फिल्में देखना बंद कर अगर देखना ही है तो देश-विदेश से जुड़ी दूसरी चीजों को देखें और देश के निर्माण में अपनी भागीदारी निभाएं। क्योंकि आज 60 से 70 प्रतिशत युवा इंटरनेट में सिर्फ और सिर्फ अश्लील फिल्में या कहानियां पढ़ रहे है जिससे आज बलात्कार के मामले बढ़ते जा रहे हैं। उक्त बातें आरक्षक ऋषि शुक्ला ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहीं।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर कोई आपराधी है और स्वागत किया जाता है तो यह मानकर चले कि वह भी इस अपराध में संलिप्त हैं। उन्हें इनका सपोर्ट नहीं करना चाहिए। अगर कोई नेता इस मामले में मदद नहीं कर रहे है तो सामाजिक कार्यकतार्ओं को आगे आकर इन अपराधियों को गिरफ्तार करने में मदद करनी चाहिए। कई जगह पर यूपीए में वेबसाइट बंद की गई है, हम सरकार से यही मांग कर रहे है कि पूरे देश में अश्लील फिल्मों की वेबसाइट बंद होनी चाहिए, लेकिन सरकार एक बेवसाइट बंद करती है तो उसी नाम से कई और वेबसाइट तत्काल खुल जाती है। केंद्र सरकार और सरकार तो अपना काम कर रही है लेकिन जनता और युवा कर इन वेबसाइटों को खोलेंगे ही नहीं तो अश्लील वेबसाइटें अपने आप ही बंद हो जाएंगी। आज हम देख रहे है कि अधिकांश युवाओं के हाथों में मोबाइल फोन है और वे इंटरनेट का उपयोग कर भी रहे है लेकिन अधिकांश 60 से 70 प्रतिशत युवा सिर्फ अश्लील फिल्मों व कहानियों पढ?े में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे है और इस कारण पूरे देश में बलात्कार के मामले बढ़ते ही जा रहे है, इस पर अंकुश लगाना आवश्यक है अन्यथा इसके परिणाम घातक हो सकते हैं।
ऋषि शुक्ला ने बताया कि दो माह की छुट्टी लेकर विदिशा से सायकिल यात्रा पर निकले और इस दौरान उन्होंने भोपाल, बैतूल, नागपुर, रायपुर पहुंचे हैं, जहां वे रायपुर कलेक्टर और शहर के एसपी से मुलाकात कर भुवनेश्वर की ओर रवाना हो गए। भुवनेश्वर होते हुए वे तिरुअनंतपुरम, बैंगलोर, गोवा, मुंबई, कच्छ, जैसलमेर, बीकानेर, अमृतसर, शिमला, देहरादून, दिल्ली, गोरखरपुर, काठमांडू, पटना, कोलकाता, रांची, भोपाल होते हुए वापस विदिशा पहुंचेंगे।