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मिट्टी का टीला धंसने से बड़ा हादसा, सास-बहू की मौत, कई की हालत नाजुक

लखनऊः उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद के घाटमपुर ब्लॉक में दीपावली को लेकर मिट्टी खोद रहे लोगों पर अचानक टीला धंस गया। मिट्टी के टीले में आठ लोग दब गए। घटना को लेकर कोहराम मच गया और आनन-फानन ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी और मौके पर भीड़ जमा हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने जेसीबी से रेस्क्यू कर टीले में दबे लोगों को निकालते हुए अस्पताल पहुंचाया, जहां दो महिलाओं की मौत हो गई जबकि आधा दर्जन लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

मिली जानकारी के अनुसार घाटमपुर के सजेती थाना क्षेत्र बुधवार को दीपावली के पर्व से पूर्व घरों की लिपाई के लिए मऊनखत गांव करीब 8-10 महिलाएं गांव के पास ही स्थित एक टीला से मिट्टी लेने गई थी। मिट्टी की खुदाई करते हुए महिलाएं टीले की सुरंग में घुस गई और खुदाई कर रही थीं। तभी अचानक मिट्टी खोद रहीं महिलाओं पर टीला धंस गया और सभी उसमें दब गई। चीख-पुकार सुनकर ग्रामीणों को घटना की जानकारी हुई और गांव से भीड़ मौके पर पहुंच गई।

प्रधान ने पुलिस को मामले की जानकारी दी। आनन-फानन भीड़ ने पुलिस के साथ टीले में दबे लोगों को निकालने का काम शुरू किया, लेकिन भारी भरकम मिट्टी को हटाने में आ रही दिक्कतों को देखते हुए दो जेसीबी को पुलिस ने तुरंत मंगाकर रेस्क्यू शुरू किया। काफी मशक्कत के बाद मिट्टी में दबी महिलाओं को निकालते हुए उन्हें पास के अस्पताल पहुंचाया गया। जहां दो महिलाओं को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया है। जबकि कई की हालत नाजुक बताई जा रही है।

टीला की सुरंग में खुदाई करते समय मऊनखत की 70 वर्षीय रामादेवी और उनकी 42 वर्षीय बहू अनीता पत्नी दिनेश के अलावा टिकवांपुर के 70 वर्षीय सितलू, 50 वर्षीय सुकीर्ति पत्नी छोटेलाल, 40 वर्षीय राधा पत्नी राजू, 62 वर्षीय भोली देवी पत्नी जगदीश, 35 वर्षीय गुड़िया, 13 साल का अरविंद और 18 साल का चिल्लू दब गए थे।

टीला धंसने की घटना में सास-बहू की मौत हो गई है। डाक्टरों ने बताया कि टीला धसने पर मिट्टी में दबकर आक्सीजन की कमी के चलते 70 वर्षीय रामादेवी और उनकी 42 वर्षीय बहू अनीता पत्नी दिनेश ने दम तोड़ दिया है। जबकि अन्य का उपचार जारी है। इनमें भी एक-दो लोगों को हालत नाजुक बनी हुई हैं।

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