मध्यप्रदेश में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) देश में भले ही कांग्रेस के महागठबंधन में शामिल हो, लेकिन मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव वो अकेले ही लड़ेगी। बसपा के प्रदेश अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद अहिरवार ने कांग्रेस से गठबंधन को लेकर चल रही खबरों को अफवाह बताया है। उन्होंने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कांग्रेस से गठबंधन के बारे में कोई भी फैसला नहीं लिया गया है।
अहिरवार ने कहा कि प्रदेश में किससे गठबंधन करना है, इसका फैसला बसपा सुप्रीमो मायावती चुनाव से तीन माह पहले करेंगी। उन्होंने दावा किया कि बसपा सभी 230 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। बता दें कि बसपा को पिछले विधानसभा चुनाव में 6.29 फीसदी वोट मिले थे।
इससे पहले, यूपी के कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा के चुनावी नतीजे के बाद मध्यप्रदेश में कांग्रेस की कमान संभाल रहे कमलनाथ और महासचिव सहित कई कांग्रेस नेताओं ने दावा किया था कि कांग्रेस चुनाव के पहले गठजोड़ के लिए समान विचारधारा वाले दलों के साथ बातचीत कर रही है। कांग्रेस नेताओं ने दावा किया था कि गठबंधन न केवल विधानसभा चुनाव बल्कि 2019 के लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते किया जाएगा।
बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में, भाजपा को 44.88 फीसदी, कांग्रेस को 36.38 फीसदी जबकि बसपा को 6.29 प्रतिशत वोट मिले थे। 2013 के चुनाव में राज्य की 230 विधानसभा सीटों में भाजपा ने 165, कांग्रेस ने 58, बसपा ने 4 और 3 तीन सीटें अन्य ने जीतीं थी।