इस दिन जारी हो सकते है MP बोर्ड 10वीं-12वीं के रिजल्ट, ऐसे कर सकेंगे चेक
भोपाल : मध्यप्रदेश के बोर्ड परीक्षार्थियों के लिए बहुत जल्द खुशखबरी आने वाली है। 10वीं और 12वीं का परीक्षा परिणाम 15 से 25 अप्रैल के बीच कभी भी जारी हो सकता है। इसके साथ ही 5वीं और 8वीं का रिजल्ट इसी महीने के दूसरे सप्ताह में जारी किया जाएगा। मध्यप्रदेश बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट का इंतजार पूरा होने जा रहा है। एमपी बोर्ड के 10वीं व 12वीं के स्टूडेंट्स कई दिन से इसका इंतजार कर रहे हैं। जल्द ही दोनों कक्षाओं का रिजल्ट जारी होने वाला है। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने अभी तक फिलहाल कोई तिथि निर्धारित नहीं की है। अधिकारियों ने बताया कि चार जिलों की कॉपियां जांचने का काम शेष रह गया है। 95 प्रतिशत कॉपियों का मूल्यांकन पूरा कर लिया गया है। ऐसे में अब रिजल्ट बनाने की तैयारियां चल रही हैं।
बता दें, कक्षा 9वीं और 11वीं का रिजल्ट पहले ही जारी किया जा चुका है। इसके बाद लोकसभा चुनाव में सरकारी शिक्षकों की ड्यूटी लगा दी गई। इससे मूल्यांकन कार्य प्रभावित हुआ। हालांकि, शिक्षा विभाग पहले से तय समय सारिणी के अनुसार मूल्यांकन कार्य में जुटा है। 15 से 25 अप्रैल के बीच 10वीं और 12वीं कक्षा का रिजल्ट जारी करने का दावा अधिकारी कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि रिजल्ट तैयार करने का काम तेज गति से चल रहा है।
मध्यप्रदेश में 5वीं व 8वीं की बोर्ड परीक्षा का परिणाम अप्रैल के दूसरे सप्ताह में आएगा। हालांकि, इससे पहले स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने दावा किया था कि एक अप्रैल 2024 को रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा। इसके लिए मूल्यांकन कार्य 31 मार्च तक समाप्त करना था। लेकिन शिक्षकों की ड्यूटी चुनाव में लगने के कारण मूल्यांकन में देरी हो रही है। अधिकारियों ने बताया, साल 2023-24 में 25 लाख से अधिक छात्रों ने 5वीं व 8वीं की परीक्षा दी है। इसमें 70 प्रतिशत पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। ऐसे में रिजल्ट 10 से 15 अप्रैल के बीच में घोषित होने की संभावना है।
वहीं, निजी स्कूलों के अंग्रेजी माध्यम के चार लाख विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं को जांचने के लिए सरकारी स्कूल में शिक्षक नहीं मिल रहे हैं। इस कारण निजी स्कूलों के शिक्षकों को मूल्यांकन कार्य में लगाया गया है। शिक्षकों ने पिछले साल का मानदेय नहीं मिलने से इस बार की कॉपियों को जांचने से इंकार कर दिया है। इससे मूल्यांकन में शिक्षकों की भारी कमी हो गई। हालांकि, अधिकारियों का दावा है कि अब रिजल्ट का काम तेज गति से किया जा रहा है।