‘मिसेज चैटर्जी वर्सेज नॉर्वे’ का शूट एस्टोनिया की राजधानी टैलिन में हुआ कंप्लीट
मां बनने के बाद वाले स्टेज में रानी मुखर्जी भी सफलतापूर्वक एक्ट्रेस की पारी खेल रही हैं। वो साथ ही अपनी बेटी अदीरा की केयर और पढ़ाई लिखाई से समझौता नहीं कर रही हैं। अभी कुछ समय तक उत्तरी यूरोप में स्थित एस्टोनिया कंट्री में थीं। वहां वह ‘मिसेज चैटर्जी वर्सेज नॉर्वे’ की शूटिंग कर रही थीं। फिल्म से जुड़े सूत्रों ने बताया, इस फिल्म की शूटिंग जरा चैलेंजिंग रही। कोविड कारणों के चलते वहां की हुकूमत ने इंडिया से महज 40 लोगों के क्रू को ही अपने देश में शूटिंग की अनुमति दी थी। अमूमन एक ठीक ठाक बजट की फिल्म के लिए 200 से 250 लोगों के क्रू मेंबर की दरकार होती है। ऐसे में इस फिल्म पर 150 लोगों का क्रू एस्टोनिया से हायर किया गया। फिल्म के डीओपी और एक्शन डायरेक्टर भी वहीं से हायर किए गए।
रानी के साथ उनकी बेटी भी गई थी एस्टोनिया
सूत्रों ने कहा, रानी मुखर्जी अपने साथ 11 लोगों का क्रू ले गई थीं। वह इसलिए कि वो अपने साथ अपनी बेटी अदीरा को भी वहां ले गई थीं, क्योंकि शेड्यूल 60 दिनों का था। हालांकि 38 दिन ही शूट हो सकी। मेजर शूटिंग एस्टोनिया की राजधानी टैलिन में हुई। लंबे शेड्यूल के चलते अदीरा की पढ़ाई अफेक्ट हो सकती थी। ऐसे में रानी ने अदीरा की ट्यूटर, केयर टेकर भी थे। बाकी रानी मुखर्जी के अपने पर्सनल स्टाफ का भी एक कुनबा था।
रानी ने अपनी शर्तों के साथ शूट की फिल्म
अदीरा को लेकर रानी मुखर्जी की प्रोडक्शंस के समक्ष अपनी शर्तें रहीं हैं। ‘हिचकी’ के डायरेक्टर सिद्धार्थ पी मल्होत्रा ने कहा था कि रानी मुखर्जी ने साफ कहा था कि वो सेट पर सिर्फ सुबह सात बजे से लेकर 11 बजे दिन तक ही शूट कर सकेंगी, क्योंकि उसके बाद अदीरा जाग चुकी होती हैं। तो उसके बाद अदीरा को वह अकेली नहीं छोड़ सकतीं। हिचकी के वक्त अदीरा काफी छोटी भी थी।
फिल्म का बैकड्रॉप बंगाल से है
टैलिन शहर में रानी मुखर्जी के एक्शन सीक्वेंस भी फिल्माए गए। वहां की सड़कों पर एक गाड़ी के पीछे रानी मुखर्जी का चेस सीक्वेंस है। उसे करते हुए वो सड़क की ढलान पर रोल होते हुए गिरती भी हैं। वह सीन रानी ने खुद फिल्माया। किसी बॉडी डबल का यूज नहीं किया। रानी मुखर्जी इसमें बंगाल से बिलॉन्ग करने वाली महिला के रोल में हैं। फिल्म के बैकड्रॉप में भी बंगाल से नॉर्वे ट्रैवेल करने वाली महिला की कहानी है। मेकर्स ने एस्टोनिया की राजधानी में नॉर्वे को रीक्रिएट किया है। बंगाल का पुट रखने के चलते प्रोड्यूसरों ने बंगाल के कलाकारों की कास्टिंग ज्यादा की है। बंगाली फिल्म इंडस्ट्री के बड़े नामों को फिल्म में कास्ट किया गया है।
पहली बार बॉलीवुड की फिल्म शूट हुई है एस्टोनिया में
सूत्रों ने बताया, फिल्म का 90 फीसदी हिस्सा तो टैनिन में पूरा हो चुका है। पांच से सात दिनों का काम मुंबई में पूरा किया जा रहा है। एस्टोनिया में इससे पहले कोई बॉलीवुड फिल्म शूट नहीं हुई है। इसके बावजूद वहां की हुकूमत ने फिल्म की कोई अतिरिक्त आवभगत नहीं की। वहां के स्थानीय क्रू मेंबर्स भी हफ्ते में सिर्फ पांच दिन काम करते थे। आठ घंटे की शिफ्ट से आगे वो काम नहीं करते थे। साथ ही उन्हें दो दिनों की छुट्टी चाहिए ही होती थी। हालांकि बाद में चलकर उनहोंने शनिवार को जरूर काम करना स्वीकारा।
कमबैक करवाती रहीं हैं मां की भूमिकाएं
इंग्लिश विंग्लिश: श्रीदेवी ने इस फिल्म से रोचक और दमदार वापसी की थी। इसमें उनका किरदार इक हाउसवाइफ की अहमियत और ताकत से वाकिफ कराता है। यह फिल्म अकेले श्रीदेवी के कंधों पर सफल साबित हुई थी। मॉम:- यहां एक बार फिर श्रीदेवी ने अपनी अदाकारी के रेंज से लोगों को वाकिफ कराया था। अपनी बेटी के हत्यारों से बदला लेने वाली मां के रोल में श्रीदेवी ने फिर से जाहिर किया था कि वो खासी दमदार अदाकारा हैं। बदला: इसमें अमृता सिंह अपने बेटे के रसूखदार हत्यारे को ढूंढ कर सजा दिलाती है। उनकी स्क्रीन प्रेजेंस कम है, मगर अपने बेटे के कसूरवारों को सजा दिलाने के लिए इक मां किस हद तक जा सकती है, उसे अमृता सिंह ने मजबूती से पेश किया है। कहानी:- इसमें विद्या बालन का किरदार अपना बच्चा खो देता है। अपने पति को भी वह खो देती है। प्रेग्नेंसी जाहिर कर भी वह अनजान शहर में कूसरवारों को पकड़ती है। यह विद्या बालन के करियर की सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक मानी जाती है।