मुकेश सहनी ने PM और गृहमंत्री पर दिए अपने बयान पर मांगी माफी, कहा- मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर किया गया पेश
पटनाः विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) और प्रधानमंत्री को लेकर दिए अपने बयान पर सफाई दी है। उन्होंने कहा मैंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया, जिससे किसी को कष्ट हो। वो मेरे भी प्रधानमंत्री है। अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंचती है तो खेद प्रकट करते है। उन्होंने कहा कि मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया।
‘मुकेश सहनी को फांसी पर लटका दीजिए…’
मुकेश सहनी ने कहा कि मैने मंडल कमीशन की रिपोर्ट को लागु करने के संबंध में बातें की थी। हम अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं। समाज के अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं। चीजों को स्पष्ठ करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे Y+ की सुरक्षा मिली थी। एक प्रकिया से सुरक्षा मिलती है और उसे हटाया जाता है। मेरे बयान के बाद सुरक्षा हटाई गई है। उन्होंने कहा कि मुकेश सहनी को फांसी पर लटका दीजिए, मुझको कोई फर्क नहीं पड़ता है। अधिकार के लिए लड़ाई लड़ते रहेंगे। हम संविधान को बचाने की लड़ाई लड़ रहे है। उन्होंने कहा कि मेरी सुरक्षा Y+ से हटाकर Y करते, एक बार सुरक्षा हटाना जरूरी था क्या? जब उनको मुकेश सहनी की जरूरत थी तब सुरक्षा मिली थी फिर हटा लिया गया।
‘बीजेपी लोगों को बना रही गुलाम’
पूर्व मंत्री ने कहा कि बीजेपी लोगों को गुलाम बना रही है। पीएम से हाथ जोड़कर आग्रह करते है कि जो भी वादे किये उसे पुरा कीजिए। जनता मालिक है नेता मालिक नहीं है। जनता सोचे की सरकार उनके हित में है कि नहीं। लालू जिनके विचार धारा में चलने वाले है। जब तक अधिकार पुरा नहीं होगा लड़ेंगे। मोदी जी के पास ताकत है तो जो कर सकते है, कर लें। मुझे कोई डर नहीं है। लोकतंत्र प्रक्रिया से चलता है। हम संघर्ष में लगे रहेंगे।