मुलायम सिंह को करना पड़ रहा है अखिलेश यादव के लिए प्रचार, भाजपा उम्मीदवार ने जीत ली है आधी लड़ाई : भाजपा
नई दिल्ली। 2019 के लोक सभा चुनाव के बाद पहली बार समाजवादी पार्टी के संस्थापक और वर्तमान में सरंक्षक मुलायम सिंह यादव चुनाव प्रचार करने के लिए मैदान में उतरे हैं। मुलायम सिंह यादव गुरुवार को मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट पर अपने बेटे और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के पक्ष में चुनाव प्रचार करने के लिए लगभग 3 साल बाद चुनावी मैदान में नजर आए।
मुलायम सिंह यादव के चुनाव प्रचार में उतरने को भाजपा उम्मीदवार की आधी जीत बताते हुए पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बी एल संतोष ने कहा कि करहल में मतदान में 3 दिन शेष बचे हैं और मुलायम सिंह यादव को अपने बेटे के लिए चुनाव प्रचार करना पड़ रहा है। उन्होंने इसे भाजपा उम्मीदवार एसपी सिंह बघेल की आधी जीत तक करार दे दिया।
भाजपा राष्ट्रीय संगठन महासचिव ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर कहा, यूपी चुनाव पर एक और एग्जिट पोल.मुलायम सिंह यादव अपने बेटे अखिलेश यादव के लिए करहल विधानसभा क्षेत्र में प्रचार करते हैं। मतदान में 3 दिन शेष है, भाजपा उम्मीदवार एसपी सिंह बघेल आधे सफल हैं।
आपको बता दें कि, सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा ने उनके खिलाफ केंद्रीय मंत्री और एक जमाने में मुलायम सिंह यादव के करीबी रहे एसपी सिंह बघेल को करहल से चुनावी मैदान में उतारा है।
करहल विधानसभा सीट पर तीसरे चरण के तहत 20 फरवरी को मतदान होना है। भाजपा ने एक रणनीति के तहत अखिलेश यादव को उनके गढ़ में ही घेरने के लिए एसपी सिंह बघेल को चुनावी मैदान में उतारा है। भाजपा की इसी रणनीति की काट के लिए सपा मुखिया ने गुरुवार को अपने पिता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव से चुनाव प्रचार करवाया। मैनपुरी में आने वाली इस करहल विधानसभा सीट को समाजवादी पार्टी और यादव परिवार का गढ़ माना जाता रहा है। मुलायम सिंह यादव इसी मैनपुरी से वर्तमान में लोक सभा सांसद हैं।