मेरी संसदीय अयोग्यता से खुद को फिर से परिभाषित करने का मौका मिला : राहुल गांधी
वॉशिंगटन : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यहां कहा कि मेरी संसदीय अयोग्यता से मुझे खुद को परिभाषित करने का मौका मिला, जबकि भाजपा को इसका एहसास भी नहीं हुआ। उन्होंने वाशिंगटन डीसी में नेशनल प्रेस क्लब में कहा, मेरी अयोग्यता का कई मायनों में फायदा हुआ है। इसने मेरे लिए नया आसमां खोल दिया है, मुझे खुद को पूरी तरह से फिर से परिभाषित करने का मौका मिला है। मुझे लगता है कि भाजपा ने मुझे एक उपहार दिया है, साफ कहूं तो मुझे नहीं लगता कि उन्हें इसका एहसास भी है।
पूर्व सांसद ने कहा, राजनीति सीधी रेखा की तरह नहीं है, यह पूरी तरह से एक अलग दिशा में जाती है, यह बेतरतीब होती है। इसलिए मुझे लगता है कि अभी स्पष्ट है कि उन्होंने मुझे एक उपहार दिया है । इस साल मार्च में राहुल को उनके खिलाफ मानहानि के एक मामले में अदालत द्वारा दोषी करार देने और दो साल की सजा सुनाए जाने के बाद उन्हें सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था। उन्होंने आरोप लगाया, मैं 1947 के बाद से भारतीय इतिहास में पहला व्यक्ति हूं, जिसे मानहानि के लिए सबसे बड़ी सजा दी गई है। मेरी अयोग्यता संसद में अडाणी पर मेरे भाषण के ठीक बाद हुई। इससे यह स्पष्ट होना चाहिए कि देश में क्या चल रहा है।
राहुल ने आगे कहा कि उन्हें जान से मारने की धमकियों की चिंता नहीं है। कांग्रेस नेता ने कहा, मैं हत्या की धमकियों से चिंतित नहीं हूं। हर किसी को मरना है। यही मैंने अपनी दादी (इंदिरा गांधी) और पिता (राजीव गांधी) से सीखा है – आप ऐसी किसी चीज के लिए पीछे नहीं हटते। बुधवार को स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में बोलते हुए राहुल ने कहा था कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उन्हें मानहानि के मामले में अधिकतम सजा मिलेगी और सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा, और जोर देकर कहा कि इससे उन्हें काम करने का बहुत मौका मिला है। अमेरिका की छह दिवसीय यात्रा पर आए कांग्रेस नेता का आने वाले दिनों में वॉशिंगटन डीसी और न्यूयॉर्क में कई लोगों से मिलने का कार्यक्रम है। वह मंगलवार को सैन फ्रांसिस्को पहुंचे।