छत्तीसगढ़ की तर्ज पर कार्यपालिक वन कर्मचारियों के पद नाम संशोधित किए जाएं
भोपाल : मध्यप्रदेश के वन विभाग में कार्यरत 20576 कार्यपालिक वन कर्मचारी वन क्षेत्रपाल उपवन क्षेत्रपाल वनपाल वनरक्षक के पदनाम छत्तीसगढ़ राज्य के अनुसार संशोधित करके नए पदनाम वन क्षेत्रपाल का रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर (आर एफ ओ) ओपन क्षेत्रपाल का सीनियर सर्किल फॉरेस्ट ऑफिसर (यस सी एफ ओ) वनपाल का सर्किल फॉरेस्ट ऑफिसर (सी एफ ओ) वनरक्षक का बीट फॉरेस्ट ऑफीसर (बी एफ ओ) रखने की मांग का पत्र मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को वन कर्मचारी मंच ने लिखा है तथा शीघ्र आदेश जारी करने की मांग की है। वन कर्मचारी मंच के प्रांत अध्यक्ष अशोक पांडे ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने वन विभाग के प्रस्ताव पर 15 मार्च 2022 को छत्तीसगढ़ राज्य के कार्यपालिक वन कर्मचारियों के पदनाम संशोधित कर दिए हैं जिसके अनुसार अब वन क्षेत्रपाल को(आर एफ ओ) रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर उप वन क्षेत्रपाल को (यस सी एफ ओ) सीनियर सर्किल फॉरेस्ट ऑफिसर वनपाल को(सीएफओ) सर्किल फॉरेस्ट ऑफिसर वनरक्षक को(बी एफ ओ) बीट फॉरेस्ट ऑफीसर का पद नाम दिया गया है।
जो स्वागत योग्य है मध्य प्रदेश वन विभाग मैंवर्तमान में 1158 वन क्षेत्रपाल 1200 उपवन क्षेत्रपाल 4194 वनपाल 14024 वनरक्षक कार पालीवन कर्मचारी के रूप में पदस्थ हैं। मध्य प्रदेश सरकार ने जो पदनाम वन विभाग के कार्यपालक वन कर्मचारियों के नामांकित हैं। वह अंग्रेजों के जमाने के 1936 के हैं और गुलामी का परिचायक है, इसलिए वन कर्मचारी मंच ने मध्य प्रदेश सरकार से मांग की है कि मध्यप्रदेश में भी कार्यपालिक वन कर्मचारियों के पदनाम संशोधित किए जाएं। पदनाम संशोधित करने की मांग करने वाले वन कर्मचारी नेताओं में अशोक पांडे, आरपी वर्मा, इंद्र बहादुर सिंह, हरि सिंह गुर्जर, लव प्रकाश पाराशर, प्रेम लाल त्रिपाठी, नरेंद्र प्यासी, आशीष शर्मा, रामचंद्र विजेवार, रजनीश मिश्रा आदि सैकड़ों वन कर्मचारी शामिल है।