नरक चतुर्दशी 2021: जानिए शुभ मुहूर्त,महत्व और पूजा विधि
नई दिल्ली: दीपावली यानी लक्ष्मी पूजन से एक दिन पहले मनाए जाने वाले त्योहार को नरक चतुर्दशी,रूप चौदस और छोटी दिवाली आदि नामों से जाना जाता है। इस दिन दीप दान को विशेष महत्व दिया जाता है। ऐसा करने से यमराज के भय से मुक्ति मिलती है तो चलिए जानते हैं नरक चतुर्दशी 2021 में कब है (Narak Chaturdashi 2021 Mai Kab Hai), नरक चतुर्दशी का शुभ मुहूर्त (Narak Chaturdashi Shubh Muhurat), नरक चतुर्दशी का महत्व (Narak Chaturdashi Ka Mahatva), नरक चतुर्दशी की पूजन विधि (Narak Chaturdashi Pujan Vidhi) और नरक चतुर्दशी की कथा (Narak Chaturdashi Ki Katha)
नरक चतुर्दशी का महत्व (Narak Chaturdashi Importance)
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन नरक चतुर्दशी का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन विधि विधान से पूजा करने व्यक्ति को उसके सभी पापों से छुटकारा मिलता है। नरक चतुर्दशी को छोटी दिवाली, रूप चौदस और काली चतुर्दशी आदि नामों से जाना जाता है। इस दिन दीपदान को भी विशेष महत्व दिया जाता है। नरक चतुर्दशी के दिन दीपदान करने से अकाल मृत्यु और यमराज का भय समाप्त होता है।
शास्त्रों के अनुसार नरक चतुर्दशी पर अभ्यंग स्नान करने वाले व्यक्ति को नर्क के दोषों से मुक्ति मिलती है और उसके जीवन के सभी पाप समाप्त होते हैं। इस दिन तिल के तेल की मालिस करना भी शुभ माना जाता है। ऐसा करने से शरीर स्वस्थ रहता है। नरक चतुर्दशी को रूप चौदस के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन लेप और उबटन करने से रूप में निखार आता है। माना जाता है कि इस दिन जिस घर के मुख्य द्वार पर दीपक लाया जाता है उस घर में यमराज कभी भी प्रवेश नहीं कर पाते।
नरक चतुर्दशी पूजन विधि (Narak Chaturdashi Puja Vidhi)
1.नरक चतुर्दशी पर तिल के तेल की मालिश को काफी शुभ माना जाता है। इसलिए सुबह उठकर तिल के तेल की मालिश करें।
- इस दिन शाम के समय स्नान करने के बाद साफ वस्त्र धारण करें और दक्षिण दिशा में यम दीप अवश्य जलाएं।
- इसके बाद इसी दिशा में एक दीपक अपने पितरों के नाम से भी जलाएं।
- यह दीपक जलाने के बाद यम देव और अपने पितरों से अपनी गलतियों के लिए क्षमा याचना करें।
- इसके बाद किसी निर्धन व्यक्ति को दीप दान अवश्य करें और आधी रात के समय अपने घर का कबाड़ बाहर फेंक दें।
नरक चतुर्दशी 2021 तिथि (Narak Chaturdashi 2021 Tithi)
4 नबंवर 2021
नरक चतुर्दशी 2021 शुभ मुहूर्त (Narak Chaturdashi 2021 Shubh Muhurat)
अभ्यंग स्नान मुहूर्त – सुबह 5 बजकर 40 मिनट से सुबह 6 बजकर 3 मिनट तक (4 नबंवर 2021)
नरक चतुर्दशी के दिन चन्द्रोदय का समय – सुबह 5 बजकर 40 मिनट (4 नबंवर 2021)
चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ – सुबह 9 बजकर 2 मिनट से (3 नबंवर 2021)
चतुर्दशी तिथि समाप्त – अगले दिन सुबह 6 बजकर 3 मिनट तक (14 नबंवर 2021)