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नरेंद्र राम और प्रियंका भट्ट ने जीती 24 आवर स्टेडियम रन
मुम्बई । नई दिल्ली के नरेंद्र राम ने एनईबी स्पोर्ट्स द्वारा आयोजित 24 आवर स्टेडियम रन के रविवार को हुए चौथे चौथा संस्करण में लगातार दूसरे साल पुरुष वर्ग का चैम्पियन बनने का गौरव हासिल किया जबकि महिला वर्ग में मुम्बई की प्रियंका भट्ट ने खिताब जीता. नरेंद्र ने 165.6 किलोमीटर की दूरी नापी जबकि प्रियंका ने 151.6 किलोमीटर की दूरी नापते हुए अपना वर्चस्व स्थापित किया।
नरेंद्र और प्रियंका ने चिलचिलाती धूप और जबरदस्त आद्रता का सामना करते हुए नींद की कमी और जबरदस्त थकान के बावजूद 24 घंटे तक लगातार दौड़ने का कारनामा किया। रविवार को रेस पूरी करने के बाद आयोजकों, साथी धावकों और यहां तक प्रशंसकों ने इन धावकों को खूब सराहा. 24 आवर रन के पुरुष कटेगरी में अमर शिव देव ने 156 किलोमीटर की दूरी के साथ दूसरा स्थान हासिल किया जबकि देवी प्रशांत सुरेश शेट्टी ने 153.2 किलोमीटर की दूरी के साथ कांस्य पदक जीता. महिला कटेगरी में अपेक्षा शाह ने 116.8 किलोमीटर की दूरी के साथ दूसरा स्थान हासिल किया. 12 आवर रन में गीनो एंथोनी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 109.134 किलोमीटर दूरी के साथ पुरुष कटेगरी में पहला स्थान हासिल किया. सतीश आर. ने 102.366 किलोमीटर के साथ दूसरा स्थान हासिल किया जबकि रहीम केएस ने कुल 91.575 किलोमीटर की दूरी नापकर तीसरा स्थान पाया. महिला कटेगरी में बबीता बारूवाती ने पहला स्थान हासिल किया. बबीता ने कुल 80.925 किलोमीटर की दूरी नापी जबकि प्रीति लाला ने 78.435 किलोमीटर के साथ दूसरा और सुनैना पटेल ने 77.19 किलोमीटर की दूरी के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया.
अब नरेंद्र 25 अगस्त को मुम्बई में होने वाले आईडीबीआई फेडरल लाइफ इंश्योरेंस मुम्बई मैराथन 2019 में हिस्सा लेंगे. नरेंद्र ने कहा कि मैं इस शहर में होने वाले अपने अगले इवेंट को लेकर अभी से उत्साहित हूं. आईडीबीआई फेडरल लाइफ इंश्योरेंस के मुख्य विपणन अइधकारी कार्तिक रमन ने कहा कि इस सप्ताहांत लगभग 1000 धावकों ने रेस मे हिस्सा लिया. इनमें 24 आवर कटेगरी में 36 धावक शामिल थे. हम आशा कर रहे थे कि मुम्बई में मानसून का प्रवेश हो क्योंकि इन धावकों के लिए भारी आद्रता के बीच दौड़ना काफी मुश्किल साबित हो रहा था. इससे हालात काफी चुनौतीपूर्ण हो गए थे.
एनईबी स्पोर्ट्स के सीएमडी नागराज अडीगा ने कहा कि हम सभी प्रतिभागियों के हौसले की दाद देते हैं, खासतौर पर 24 आवर रेस में हिस्सा लेने वाले धावकों को विशेष तौर पर सराहते हैं. मौसम सम्बंधी कठिन हालात होने के बावजूद इन धावकों ने अपनी सर्वोच्च शारीरिक और मानसिक क्षमता का परिचय दिया.