Navratri 2018 : इस तरह करेंगे कन्या पूजन तो मिलेगा मां का आर्शीवाद, जानें सही विधि
नवरात्रि पर नौ दिनों तक मां के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि का समापन कन्या पूजन से होता है। आइए जानते हैं इसकी सही विधि…पंडित विपिन चंद्र जोशी ने बताया कि कन्या पूजन को कंजक भी कहा जाता है। इसे अष्टमी या फिर नवमी पर किया जाता है। इस दिन छोटी बच्चियों को देवी का रूप मान कर पूजा जाता है। साथ ही उनका आशीर्वाद लिया जाता है। माना जाता है कि उनका आशीर्वाद मां की कृपा लेकर आता है। इसलिए जो लोग नवरात्र में व्रत नहीं भी रखते, वे भी कन्या पूजन जरूर करते हैं।
कन्या पूजन पूरी विधि से किया जाए यह बेहद जरूरी है। ऐसा न करने पर मां रूठ जाती हैं। कन्या पूजन के बिना नवरात्रि पूजा के फल की प्राप्ति नहीं होती है।
कन्या पूजन में नौ कन्याओं को जरूर बैठाएं। सही विधि जानिए.
सबसे पहले फूल की थाली में जल में डालकर कन्याओं के चरण धोएं। ऐसा करने से पापों का शमन होता है। उनको तिलक लगाकर पंक्तिबद्ध बैठाएं। हाथ में रक्षासूत्र बांधें और उनके चरणों में पुष्प चढ़ाए।